जब धरा पर पाप-अत्याचार बढ़ता है,तब भगवान अवतार लेते है
बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गांव वैन में ग्राम देवता मंदिर पर आयोजित की जा रही भागवत कथा के पांचवे दिन कथावाचक अवध किशोर महाराज ने भगवान श्री कृष्ण जन्म की कथा को सुनाया। जिसे सुनकर सभी लोग भावविभोर हो उठे। उन्होने कहा कि श्रीमद भागवत सुनने का लाभ भी कई जन्मों के पुण्य से प्राप्त होता है। श्रीमद्भागवत कथा मनुष्य को जीवन जीने और मरने की कला सिखाती है। मनुष्य को जीवन परमात्मा ने दिया है, लेकिन जीवन जीने की कला हमें सत्संग से प्राप्त होती है। सत्संग का मनुष्य के जीवन में बड़ा महत्व है। उन्होने कहा कि भगवान हमेशा अपने भक्तों का ध्यान रखते हैं। उन्होंने कहा कि जब जब धरती पर पाप एवं अनाचार बढ़ता है, तब-तब भगवान श्रीहरि धरा पर किसी न किसी रूप में अवतार लेकर भक्तों के संकट को हरते हैं। उन्होंने कहा कि जब कंस के पापों का घड़ा भर गया तब भगवान श्री कृष्ण ने जन्म लेकर कंस का अंत किया और लोगों को पापी राजा से मुक्ति दिलाई।