भीषण बढ़ती गर्मी का कहर, सदियों से खराब जिला महिला अस्पताल बदायूँ का आर0ओ0 सिस्टम,बढ़ती किल-किलाती धूप, बढ़ता तापमान ,तपती धरती और शून -शान आसमान,सूखता मरीजों और तीमान -दारों का गला,खामोश प्रशासन,मोटे -मोटे अक्षरों में दीवार पर लिखा जल ही जीवन है ऐसे में आए मरीज और उनके मद्दगारो के मुंह से स्वत: निकल जाता है मरण ही सत्य है ।एक वाक्य याद आ जाता है वो क्या है? अभी तो पिक्चर शुरु हुई है ।कहने का तात्पर्य अभी तो गर्मी की शुरु -आत है।अस्पताल में लगा एक भी इंडिया मार्का हैण्ड पम्प(नल) ठीक नहीं है । पीने का पानी आस-पास क्या ,दूर-दूर तक नजर नहीं आता है । पीने के पानी की बोतल 15से20रुपये में बिक रही है । जो हर व्यक्ति नहीं खरीद सकता है । शहर की नामी हस्तियाँ , स्वयं सेवी संस्थाएं,नगर पालिका,स्काउट-गाइड आदि सबके सब मौन साध गये हैं । काश कब पीने का पानी मरीजों और उनके कद्दर दानों को नसीब होगा ।