बदायूं की बात – सुशील धींगडा के साथ
एक माह पूर्व चुनाव प्रचार के दौरान हर सुख में साथ खडे होने का दावा करने वाले तमाम राजनेतिक मतदान दिवस से अब तक जनता को कहीं नहीं दिख रहे हैं और बहाना यह है कि पार्टी ने उनको बाहर के चुनाव प्रचार में लगा रखा है।
क्या जिले के सारे राजनेतिक चुनाव प्रचार में इतने व्यस्त हो गए हैं कि उनको जनता के दर्द दिखाई और सुनाई देना बंद हो गए हैं। गर्मी के चलते नागरिकों में कोहराम मचा हुआ है और बिजली कटौती और बिजली की लुका छिपी रूकने का नाम नहीं ले रही है ऐसा लग रहा है कि बदायूं की बिजली नेताओं के साथ चुनाव प्रचार कोचली गई है। जिले में पेयजल आपूर्ति करने वाले शीतल जल प्याउ में फिल्टर कब से नहीं बदला गया है और प्याउ के नीचे गिरने वाले पानी के निकास की राह बनाना किसकी जिम्मेदारी है इसको देखने की फुरसत किसी के पास क्यों नहीं है यह समझ में नहीं आ रहा है। वोट लेने के बाद …. के सिर से सींग गायब होने वालों निरीह जनता की तरफ देखने का कुछ तो समय निकाल लिया करों क्योंकि निरीह नागरिक तो आपकी महलों की शोभा में चार चांद लगाने का काम करते है।