रात चाहे कितनी भी गहरी हो, सुबह होते ही खो देती है अस्तित्व अपना..! खैर.... #सुप्रभात #जय_हिंद
रात चाहे कितनी- Sugandha Sharma Badaun Express May 23, 2024 रात चाहे कितनी भी गहरी हो, सुबह होते ही खो देती है अस्तित्व अपना..! खैर…. #सुप्रभात #जय_हिंद