जनप्रतिनिधियों की उदासीनता- दिल्ली, लखनऊ सीधी ट्रेन तो छोड़िए जो है उनका उझानी में ठहराव नहीं।*
********** कई लम्बी दूरी की ट्रेनों का उझानी में स्टोपेज नहीं।****** उझानी बदायूं 20 मई 2024। जनप्रतिनिधियों की उदासीनता का ही नतीजा है कि बदायूं जनपद का मुख्य व्यापारिक नगर होने के बाद भी सन् 2018 से मीटरगेज में कासगंज से बरेली तक बदली रेलवे लाईन पर आज तक दिल्ली व लखनऊ को सीधी ट्रेन नहीं चल पाई। ओर तो ओर कई लम्बी दूरी के ट्रेंनो का उझानी स्टेशन पर ठहराव भी नहीं है। कई बार सांसद संघमित्रा मोर्य की जुबानी सुन चुके हैं कि जल्द बरेली-कासगंज रेलवे ट्रैक पर होकर दिल्ली और लखनऊ के लिए सीधी ट्रेन चलने की शुरुआत होने वाली है। समाचारपत्रो में पढ़ा कि केन्द्रीय रेल मंत्री से मिलकर लखनऊ, अयोध्या, बनारस, अलीगढ़, बम्बई, दिल्ली के लिए एक्सप्रेस ट्रेन संचालन को प्रस्ताव भी गोरखपुर मुख्यालय तक पहुंच चुका है। सिर्फ जुबानी जमा खर्च साबित हुआ । इसी तरह रामनगर-बांद्रा, लालकुआं- राजकोट और इज्जतनगर- मुंबई एक्सप्रेस समेत एक अन्य ट्रेन का बदायूं की तरह ही उझानी में स्टॉपेज नही है, अगर ठहराव हो जाए तो लम्बी दूरी के यात्रियों को बदायूं या कासगंज जाकर ट्रेन ना पकडनी पडे। पिछले दस सालों से नीचे से ऊपर तक सब कुछ भाजपाई हे। अगर जिले के जनप्रतिनिधि कोशिश करते तो भले ही दिल्ली लखनऊ को सीधी ट्रेन ना मिलती मगर जो ट्रेनें इस समय चल रही है, उनका उझानी में ठहराव तो रेल मंत्री से करा ही सकते थे। राजेश वार्ष्णेय एमके