भारत विकास परिषद गौरीशंकर शाखा द्वारा चलाए जा रहे त्रिदिवसीय बाल संस्कार कार्यक्रम में आज दूसरे दिन अद्वैत आश्रम, नसरुल्लापुर में संस्कार एवं परोपकार विषय पर कार्यक्रम में पधारे बच्चों को शिक्षा दी गई आज बच्चों को अवगत कराया गया की शालीनता ही मनुष्य का गहना है एवं परोपकार वह जमापूंजी है जो कि ब्याजसहित किसी न किसी रूप में हमें वापस अवश्य मिलती है इसलिए हमें परोपकार के मार्ग को कभी नहीं छोड़ना चाहिए । श्री आर के उपाध्याय ने मधुर भजन सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।परिषद की ओर से उपस्थित लोगों को फल वितरित किए गए। इस अवसर पर भारत विकास परिषद की ओर से श्री वीरेश वार्ष्णेय, श्री चंद्र प्रकाश गुप्ता, श्री अजय कुमार सक्सेना, श्री आर के उपाध्याय एवं श्री देवेन्द्र कुमार गुप्ता तथा लगभग सत्तर अस्सी बच्चों सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। कल संस्कार शाला का तीसरा एवम अन्तिम दिन है ।