Sugandha Sharma इतनी धूल और सीमेंट है शहरों की हवाओं में आजकल कब दिल पत्थर का हो जाता है पता ही नहीं चलता #सुप्रभात_जिंदगी #सुगंधा #ॐ_गं_गणपतए_नमो_नमः