इन आंखों में कोई जचता ही नहीं
जबसे तुमको देखा है
किसी और को नहीं चाहा दिल ने
बस एक तुम्हीं को चाहा है
फिर क्यों करते जुदाई की बातें
कुछ भूल हुई तो बतलाओ
पर ऐसे न तड़पाओ
इस दिल की खता बस इतनी है
इसकी धड़कन बस तुमसे चलती है
इसने तुम बिन ना कुछ देखा है
ना तेरे बिन जीना सीखा है