डाइट परिसर स्थित प्रेक्षागृह में गंगासमग्र की प्रांतीय बैठक हुई है।
इस बैठक का मार्गदर्शन गंगासमग्र के राष्ट्रीय महामंत्री आदरणीय रामाशीष जी द्वारा दिया गया । भाईसाहब ने अनियोजित विकास, बढती आबाद का भोगवादी स्वभावऔर विकृत आस्थाओं के कारण गंगा का स्वरूप लगातार बिगडता जा रहा है। गंगासमग्र समाज के बीच जाकर जनजागरण अभियान चलाए। जनसंचार करें समाज को उनके कर्त्तव्य याद कराये क्योकि जल ही जीवन है और सभी जलस्रोत की रक्षा करना हमारा दायित्व है।आज की बैठक में डा.रविशरण सिंह चौहान को गंगासमग्र ब्रज प्रांत का संयोजक तथा हेमेंद्र जी को सहसंयोजक की जिम्मेदारी दी गई ।गंगा सप्तमी से गंगा दशहरा तक जनजागरण माह मनायेगा गंगासमग्र ,
जुलाई से अगस्त तक वृक्षारोपण माह मनायेगा और फरवरी में प्रयागराज में होने वाले कुम्भ की चर्चा हुई।
राष्ट्रीय मंत्री अवधेश जी ,राष्ट्रीय शिक्षक प्रमुख राधाकृष्ण दीक्षित जी , संरक्षक स्वामी पगलानंद जी सहसंयोजक रविशरण सिंह चौहान जी, सहसंयोजक सीमाचौहान, कोषाध्यक्ष डा. विमल भारद्वाज जी,गंंगा भाग प्रमुख अशोक तोमर, रामगंगा भाग प्रमुख अमित शर्मा, संतोष जी ,हेमेंद्र जी,ममता,अर्चना,संमुकुल मान जी संंतोष सहितप्रांतीय टीम, तथा ब्रज प्रांत के सभी जिलासंयोजक ,सहसंयोजक और सभी आयाम प्रमुख उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में नये सदस्य भी बनाए गये साथ ही सोत नदी के किनारे के गांव के सदस्य गंगासमग्र से जुडे।
गंगा की अविरलता व निर्मलता के लिए संगठन को मजबूती प्रदान करी जाएगी । कार्यक्रम का संचालन अशोक तोमर ने किया गंगा मंत्र सविता चौहान ने किया। सीमाचौहान, गजराज रविकरुणेश ,वीरबाला पूनम सिंह, संध्या सिंह, अलका,प्रतिभा सिंह शुभ्रा माहेश्वरी,सरला चक्रवर्ती,उमा गौर, इंदु,अंकिता,सविता,सुनीता,पूर्वी,
पिंकी,सीमा ,कृष्णा,सपना,तनुजा ,
सहित सभी जिलों की टीम उपस्थित रही।