4:37 pm Thursday , 16 January 2025
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बदायूं लोकसभा जीत हार की आंकड़ेबाजी में मशगूल हे मतदाता

****/ लोकसभा तो छोड़िए, विधानसभा में भी लग रहा हार-जीत का सट्टा।*********/////// उझानी बदायूं 9 मई 2024।
बदायूं में मतदान के बाद आंकड़ेबाजी के साथ ही सट्टेबाजी भी तेज, जातिगत आंकड़ों को जीत हार का आधार बना रहे हैं ।

बदायूं लोकसभा क्षेत्र में मतदान के बाद अब लोगों ने आंकड़ेबाजी के साथ ही सट्टेबाजी तेज कर दी है। प्रत्याशियों की जीत हार का गणित लगाकर मोटी शर्तों से लेकर सट्टा लगाया जा रहा है। हर कोई चुनावी चर्चा में मशगूल है। तमाम गणितज्ञ जातिगत आंकड़ों को जीत हार का आधार बना रहे हैं। आम लोगों के साथ साथ सरकारी महकमों में भी जीत हार को लेकर अधिकारियों के बीच चर्चाएं हैं।

बदायूं लोकसभा सीट पर पर राजनैतिक गणितज्ञ और सट्टेबाजों की नजर में भाजपा एवं सपा के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है। फूल और साइकिल के चुनाव चिन्ह के प्रत्याशियों के बीच द्विपक्षीय मुकाबला बताया जा रहा है। सटोरियों की नजर में अन्य प्रत्याशी लड़ाई से बाहर बताए जा रहे हैं। जो भी हो लेकिन राजनैतिक गणितज्ञ जीत हार पर बाजी लगा रहे हैं।

विभिन्न दलों के समर्थक अपने प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान की स्थिति पर आंकलन करते नजर आए हैं। विभिन्न क्षेत्रों की रिपोर्ट के आधार पर समर्थक अपने प्रत्याशी की हार जीत को लेकर शर्त और सट्टा लगा रहे हैं। सदर सीट के अलावा बिसौली, बिल्सी , सहसवान,और गुन्नौर विधानसभा क्षेत्रों की सीट पर भी जमकर सट्टेबाजी हो रही है। हर कोई अपने अपने प्रत्याशी को जिताता नजर आ रहा है।

कुछ समर्थक जातिगत आंकड़ों को आधार बनाकर अपने प्रत्याशियों की जीत पर मोटा दाब लगा रहे हैं। ऐसा नहीं कि प्रत्याशियों की जीत हार को लेकर सिर्फ आम चर्चा हो रही हो बल्कि पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी इस पर चर्चा करते नजर आ रहे हैं। मुकाबला किसके बीच है यह अभी तक चर्चाएं है। फैसला चार जून को आऐगा।
ग्रामीण क्षेत्र में बुजुर्ग भी चर्चा करते रहे। इसके अलावा तमाम ग्रामीण चुनावी चौपाल सजाते रहे और वे जीत हार की चर्चाएं एक दूसरे से कर रहे थे। हालांकि ग्रामीणों के बीच सट्टेबाजी नहीं की। वे तो सिर्फ अपना अपना गुणा गणित लगा रहे थे। ****//****////// कानूनन जुर्म है शर्तें व सट्टा लगाना- एसएसपी । एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने कहा कि चुनाव नतीजों को लेकर सट्टा व शर्तें लगाना अपराध की श्रेणी में आता है अगर जानकारी हुई तो मुकदमा पंजीकृत किया जाएगा। राजेश वार्ष्णेय एमके।