बिल्सी । आर्यसमाजआर्य समाज गुधनी के अंतरराष्ट्रीय वैदिक विद्वान’ समाज सुधारक आचार्य संजीव रूप पिछले एक पखवाड़े से अनेक स्थानों में घूम-घूम कर मतदाताओं को मतदान के लिए जागरुक कर रहे हैं । आचार्य संजीव रूप अब तक नेथुआ, खितोरा, उघेती, हैदलपुर,रायपुर खैरी, पिण्डोल , रिसौली, भिलौलिया, निजामपुर, सिरासोल, बमेढ़ . अम्बियापुर ‘ नगला वन,बरौलिया , करनपुर, बिल्सी,उझानी, बिसौली,आदि अनेक स्थानों पर जा जाकर मतदाताओं को जागरुक भी कर रहे हैं और मतदान का महत्व भी समझा रहे हैं । आचार्य संजीव रूप बताते हैं कि भारत के लोकतंत्र की विशेषता है कि यहां विद्वान और मूर्खसज्जन और धूर्त सबके मतका एक हीमूल्य हैयदिविद्वानऔर सज्जन मतदान करने नहीं जाते हैंइसका मतलब होता है कि वहमूर्ख और दूरतों के हाथों में सत्ता सौंपने जा रहे हैं ।आचार्य संजीव रूप बताते हैं कि एक मत से ही कोई सरकार बन या बिगड़ भी जाती है । आचार्य संजीव रूप देश को ऐसे हाथों में सौंपना चाहते हैं जो देश को रामराज्य की ओर ले जाए ,जहां सब सुखी हो ।