बदायूं 4 मई। क्षेत्रीय खाद्य नियंत्रक आरएफसी अमनिकन्डन ए. ने शुक्रवार को गेहूं खरीद की समीक्षा बैठक में कम खरीद पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि गेहूं का भंडारण करने वाले व्यापारियों के गोदाम चेक किए जाएं। जहां भी भंडारण ज्यादा पाया जाए वहां लाइसेंस निरस्त कर गोदाम को सीज कर दिया जाए।
बरेली मंडल में निर्धारित लक्ष्य के मुताबिक अब तक महज 11 फीसदी गेहूं खरीद हुई है। आशंका है कि गेहूं खरीद में दलाल सक्रिय हैं, जो किसानों को गुमराह कर फ्लोर, राइस मिल और आढ़तियों के पास गेहूं बिक्री करा रहे हैं।
व्यापारी आढती पर मानक से ज्यादा गेंहू मिलने पर उनका लाइसेंस निरस्त होगा। साथ ही, पूरा स्टॉक भी सीज किया जाएगा। यह दिशानिर्देश शुक्रवार को गेहूं खरीद की समीक्षा बैठक में क्षेत्रीय खाद्य नियंत्रक (आरएफसी) मनिकन्डन ए. ने दिए।
उन्होंने बताया कि बरेली, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर में अब तक निर्धारित गेहूं खरीद लक्ष्य 11.29 लाख मीट्रिक टन के सापेक्ष 1.28 मीट्रिक टन गेहूं खरीद हुई है। सभी क्रय केंद्र प्रभारी को व्यक्तिगत संपर्क कर किसानों के खेतों/घरों से ही मोबाइल क्रय केंद्रों के जरिये गेहूं खरीद के निर्देश दिए।
वही निर्देश दिए कि मंडी या मंडी परिक्षेत्र में जो आढ़ती किसानों से गेहूं खरीद रहे हैं, मंडी सचिव उन किसानों को सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं ले जाने को प्रोत्साहित करें। जो मंडी सचिव सहयोग नहीं करेंगे, या साठगांठ मिली तो उनके खिलाफ निलंबन कार्रवाई की जाएगी।
फुटकर, थोक विक्रेता
मंडी सचिवों को डिपार्टमेंट ऑफ फूड एंड पब्लिक डिस्टि्रब्यूशन पोर्टल पर गेहूं के स्टॉक होडर्स, होल सेलर्स, ट्रेडर्स, फ्लोर मिलर्स का पंजीकरण कराने और उनके स्टॉक की नियमित घोषणा कराए जाने के दिशानिर्देश दें। जो निर्देश का अनुपालन नहीं करेंगे, उनके मंडी लाइसेंस निलंबित होंगे। लेखपाल, सचिव, ग्राम प्रधान को प्रशासनिक सहयोग कर सरकारी गेहूं खरीद का लक्ष्य पूरा करने को किसानों को प्रैरित करना होगा।
क्षेत्रीय खाद्य नियंत्रक ने जिलेवार दस सबसे कम गेहूं क्रय केंद्र प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। प्रदीप प्रजापति