बदायूं 26 अप्रैल 2024 ।
जिले भर में संचालित हो रहे लगभग 80 मैरिज हॉल, सड़क पर खड़े हो रहे घराती, बराती के वाहन।**************—–
*आधी रात तक हो रहा डीजे का शोर*****************।
सहालग के दिनों में मैरिज हॉल कारोबारियों की बल्ले-बल्ले है। प्रतिदिन की बुकिंग लाखों के पार हो रही है। लेकिन, घराती-बराती की जुट रही भीड़ नियंत्रित करने की व्यवस्था अधिकतर जगहों पर नहीं है। भोजन के लिए शेड, मंडप, स्टेज के अतिरिक्त यहां अन्य कोई सुविधा नहीं नहीं मिल पा रही है। संचालकों की ओर से न तो वाहन पार्किंग का इंतजाम है और न ही दूल्हे राजा के लिए जनवासे की व्यवस्था है। अगवानी के लिए बराती सड़क पर ही उछल कूद मचा रहे हैं। डीजे की तेज ध्वनि और आतिशबाजी की गूंज आसपास रहने वालों की नींद खराब कर दे रही है।
लगन शुरू है। शाम ढलने के बाद शहर और कस्बों के मैरिज हॉल में शादी की धूम मच रही है। बराती-घराती से लेकर मैरिज हॉल संचालकों तक पर खुशियों का खुमार है। यह शुभ मुहूर्त मैरिज हॉल संचालकों के लिए मोटी कमाई का अवसर है। मगर, इस हलचल में दूसरों को परेशानी भी खूब हो रही है। रात आठ बजे के बाद शहर और कस्बों की सड़कों पर जाम लग रहा है। चौक-चौराहों से दूल्हे राजा की बरात सज-धजकर निकल रही है और सड़क पर ही नाचते-गाते लोग मैरिज हॉल पहुंच रहे हैं।
इस दौरान कलेजा कंपाने वाली डीजे की तेज ध्वनि और बीच-बीच में आतिशबाजी की आसमानी गूंज अलग से मुसीबत खड़ी कर दे रही है। बरात निकलने के दौरान सड़क पर आवागमन ठप हो जाता है। आसपास के मोहल्लों में लोग चैन की नींद नहीं सो पा रहे हैं। बुजुर्ग और बीमार लोगों की हालत तो और खराब है। धूम-धड़ाम की आवाज उनके दिल की धड़कन तेज कर दे रही है।
मैरिज हॉल के आसपास स्थित घरों के गेट और दरवाजे के सामने दो और चार पहिया वाहन कतारबद्ध खड़ी कर दी जा रही हैं। ऐसे में मोहल्लेवासियों को यदि किसी जरूरी काम से निकलना हुआ तो घर से वह अपना वाहन नहीं निकाल पा रहे हैं। उन्हें मैरिज हॉल से शादी निपटाकर लोगों के निकलने का इंतजार करना पड़ रहा है। यह समस्या एक जगह नहीं है, बल्कि आबादी के बीच स्थित अधिकतर मैरिज हॉल के आसपास रात में देखने को मिल रही है।
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शहर में रात नौ बजे के बाद लग रहा जाम
जिले भर में लगभग 80 मैरिज हॉल संचालित हो रहे हैं। इसमें सर्वाधिक 40 मैरिज हॉल शहर में है। हर 100 से 200 मीटर की दूरी पर मैरिज हॉल है। रात नौ बजे के बाद सड़कों पर जाम लग जा रहा है। बरात निकलने के बाद ही आवागमन बहाल हो पा रहा है। यही हाल पूरे जिले का है। यहां आगे बरात और पीछे रोडवेज की बसें रेंगती हुई चलती हैं। यहां मैरिज हॉल के बाहर सड़क के दोनों किनारे वाहन खड़े कर दिए जाते हैं।
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सुरक्षा के इंतजाम नहीं, चोरी हो रहे वाहन
मैरिज हॉल संचालकों की तरफ से सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता नहीं है। सड़क पर लावारिस हालत में गाड़ी खड़ा करने के दौरान चोर-उच्चके अपना हाथ साफ कर रहे हैं। अक्सर किसी न किसी मैरिज हॉल के आसपास दो पहिया वाहन गायब हो रहे हैं। इसके अलावा लोगों के घरों और प्रतिष्ठानों के सामने वाहन खड़ा करने पर उसके टायर भी पंक्चर कर दिए जा रहे हैं।
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उच्च आवृत्ति की ध्वनि नुकसानदेह
नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ का कहना है कि डीजे की उच्च आवृत्ति की ध्वनि सभी के लिए नुकसानदेह है। इससे ह्दय रोगियों को ज्यादा खतरा रहता है। उच्च आवृत्ति की ध्वनि कानों में गूंजते ही ह्दय पर दबाव बढ़ता है। नवजात शिशु भी डीजे की तेज ध्वनि नहीं बर्दाश्त कर पाते हैं। पटाखों की गूंज और खतरनाक है। आतिशबाजी दमा रोगियों पर ज्यादा बुरा प्रभाव डालता है। प्रदीप प्रजापति