* *****////बदायूं 24 अप्रैल 2024। चुनाव आते ही कुछ नेता अपने सियासी भविष्य के लिए दल-बदल कर रहे हैं। इससे सभी दलों के प्रत्याशी उलझन में नजर आ रहे हैं।राजनीतिक खेमों में कहीं उलझन है तो कहीं राहत। शह-मात की सियासत में एक-दूसरे को जवाब देने के लिए राजनीतिक दलों के जिलाध्यक्ष गुणाभाग लगा रहे हैं।
चुनाव घोषित होने के बाद सबसे ज्यादा भाजपा और दूसरे स्थान पर सपा में लोग शामिल हुए हैं। सियासत का कोई प्रमुख चेहरा बसपा में शामिल नहीं हुआ, लेकिन बसपा का स्थानीय नेतृत्व अब प्रयास में जुटा है कि कुछ स्थानीय नेताओं को बसपा ज्वाइन कराई जाऐ। बसपा सुप्रीमो मायावती 29 अप्रैल को जिले में आने वाली हैं। तब कुछ नेताओं को हाथी की सवारी कराने की तैयारी है। दल-बदल से समीकरण पर कुछ इलाकों में असर है।
प्रभावित उम्मीदवार और उनके दल, चुनावी प्रबंधन के जरिए भरपाई कर रहे हैं। भाजपा में अधिक लोगों के जाने पर सपा के नेताओं का कहना है कि सत्ता का दबाव होने की वजह से कुछ प्रधान, बीडीसी सदस्य भाजपा के खेमे में गए हैं, लेकिन मत सपा को ही दिलाएंगे।