रामनवमी पर498 वर्ष बाद सर्वार्थ सिद्ध योग के साथ रवि एवं गजकेसरी योग बना रहा दुर्लभ संयोग ———
ज्योतिषाचार्य राजेश कुमार शर्मा
राम नवमी का पर्व
वाल्मीकि रामायण के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि, अभिजीत मुहूर्त और कर्क लग्न में भगवान राम का जन्म हुआ था। राम नवमी का त्योहार चैत्र नवरात्रि का आखिरी दिन होता है।
इस दिन देशभर में बड़े ही धूमधाम के साथ राम नवमी का त्योहार मनाया जाता है।
इस बार राम नवमी का त्योहार बहुत ही शुभ योग में मनाया जाएगा।
जानते हैं ज्योतिषाचार्य राजेश कुमार शर्मा से इस साल राम नवमी पर कौन-कौन से शुभ योग बन रहे हैं।
राम नवमी 2024 शुभ योग
इस वर्ष चैत्र नवरात्रि पर बहुत ही शुभ योग का निर्माण हुआ है।
हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार राम नवमी के दिन आश्लेषा नक्षत्र, रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है।
राम नवमी पर सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 05:16 मिनट से लेकर 06:08 मिनट तक रहेगा। वहीं पूरे दिन रवि योग का संयोग बनेगा।
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग को बहुत ही शुभ योग माना गया है। इन योगों में पूजा और शुभ कार्य करने पर सभी तरह के फलों की प्राप्ति होती है।
रवि योग में सूर्य का प्रभाव रहने के कारण व्यक्ति को कई तरह के कष्टों से मुक्ति मिलती है।
कर्क लग्न- इस बार राम नवमी पर चंद्रमा कर्क राशि में मौजूद रहेगा। आपको बता दें कि भगवान विष्णु के सातवें अवतार प्रभु राम का जन्म कर्क लग्न में ही हुआ था।
गजकेसरी योग- 17 अप्रैल को गजकेसरी योग का भी प्रभाव रहेगा। भगवान राम के जन्म के समय भी उनकी कुंडली में गजकेसरी योग का शुभ संयोग था।
ज्योतिष शास्त्र में गजकेसरी योग को बहुत ही शुभ माना जाता है। इस योग के प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में मान-सम्मान और यश की प्राप्ति होती है।
राम नवमी पर सूर्य की स्थिति- शास्त्रों के अनुसार भगवान राम के जन्म के समय सूर्य दशम भाव में मौजूद होकर अपनी उच्च राशि में स्थिति थे। इस वर्ष 17 अप्रैल को राम नवमी पर सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में विराजमान होकर दशम भाव में होंगे।
शुभ मुहूर्त में करें भगवान राम की पूजा
नवमी तिथि प्रारम्भ- 16 अप्रैल 2024 को दोपहर 01: 23 मिनट तक।
नवमी तिथि समाप्त- दोपहर 03:14 मिनट तक।
अभिजीत मुहूर्त – इस दिन अभिजीत मुहूर्त नहीं रहेगा।
विजय मुहूर्त- दोपहर 02:34 मिनट से 03:24 मिनट तक।
ज्योतिषाचार्य राजेश कुमार शर्मा
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