सर्वार्थ सिद्धि एवं वृद्धि योग में मनेगी होली, जानें मुहूर्त और महत्व —-ज्योतिषाचार्य राजेश कुमार शर्मा
होली का उत्सव फाल्गुन पूर्णिमा को प्रदोष काल में होलिका दहन के बाद अगले दिन मनाया जाता है। इस साल 2024 में होलिका दहन वाले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है और होली वाले दिन वृद्धि योग होगा। ज्योतिषाचार्य राजेश कुमार शर्मा बता रहे हैं कि होलिका दहन पर सर्वार्थ सिद्धि योग कब से तक है? होली के दिन वृद्धि योग कब तक है? होली का शुभ मुहूर्त क्या है?
होलिका दहन के अगले दिन सुबह से होली मनाई जाती है.
24 मार्च को भद्रा रात 11:13 तक है, इसलिए होलिका दहन उसके बाद ही होगा.
फाल्गुन पूर्णिमा तिथि: 24 मार्च, 09:54 प्रातः से 25 मार्च, 12:29 दोपहर तक.
नए साल के प्रारंभ में होली का त्योहार आता है. होली का त्योहार पूरी दुनिया में अपने निराले अंदाज के लिए जाना जाता है, उसमें भी मथुरा की होली तो विश्व प्रसद्धि है. बरसाना की लट्ठमार होली देखने के लिए तो विदेशी भी आते हैं. होली का उत्सव फाल्गुन पूर्णिमा को प्रदोष काल में होलिका दहन के बाद अगले दिन मनाया जाता है।
उस दिन रंगोंवाली होली खेली जाती है. उससे पहले होलिका दहन करके नकारात्मकता को दूर किया जाता है। इस साल 2024 में होलिका दहन वाले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है और होली वाले दिन वृद्धि योग होगा। ज्योतिषाचार्य राजेश कुमार शर्मा बता रहे हैं कि होलिका दहन पर सर्वार्थ सिद्धि योग कब से तक है? होली के दिन वृद्धि योग कब तक है? होली का शुभ मुहूर्त क्या है?
किस दिन होगी होलिका दहन 2024?
हिंदू कैलेंडर के अनुसार होलिका दहन 24 मार्च रविवार को होगा। उस दिन फाल्गुन पूर्णिमा तिथि सुबह 09:54 से प्रारंभ होगी और वह तिथि 25 मार्च सोमवार को दोपहर 12:29 पर खत्म होगी।
होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. फाल्गुन पूर्णिमा को भद्रा रहित प्रदोष काल में होलिका दहन होता है।
सर्वार्थ सिद्धि योग में होलिका दहन 2024
24 मार्च को भद्रा रात 11:13 तक है, इसलिए होलिका दहन उसके बाद ही होगा. होलिका दहन के समय सर्वार्थ सिद्धि योग बनेगा. होलिका दहन वाले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 07 बजकर 34 मिनट से शुरू होगा और यह अगले दिन होली को सुबह 06 बजकर 19 मिनट तक मान्य है। सर्वार्थ सिद्धि एक शुभ योग है, जिसमें आप कार्य करते हैं तो सफल सिद्ध होगा. यह योग अत्यंत फलदायी माना जाता है।
कब खेलेंगे होली 2024?
होलिका दहन के अगले दिन यानि 25 मार्च को सुबह से ही होली का उत्सव शुरू हो जाएगा। लोग एक दूसरे को रंग और गुलाल लगाएं। उसके बाद मिठाई से मुंह मीठा करेंगे और उपहार देंगे।
वृद्धि योग में खेली जाएगी होली
इस साल 25 मार्च को होली के दिन वृद्धि योग का निर्माण हो रहा है। ज्योतिष के अनुसार, वृद्धि योग में आप जो भी कार्य करेंगे, उसके फल में वृद्धि होगी। इस योग के कारण आपके होली के आनंद और उल्लास में बढ़ोत्तरी होगी।
होली के शुभ मुहूर्त 2024
होलिका दहन का मुहूर्त: 24 मार्च, रविवार, 11:13 से 12:27 तक होलिका दहन पर भद्रा का साया 24 मार्च, 09:54 प्रातःसे 11:13 रात्रि तक फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 24 मार्च, 09:54 प्रातः से 25 मार्च, 12:29 दोपहर तक
होली का महत्व
भक्त प्रह्लाद को आग में जलाकर मारने के लिए उसकी बुआ होलिका अपने भाई हिरण्यकश्यप की साजिश में शामिल हो गई. वह विष्णु भक्त प्रह्लाद को अपनी गोद में लेकर लकड़ियों के ढेर पर बैठ गई. उसमें आग लगा दी गई, लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से भक्त प्रह्लाद बच गए और होलिका मर गई। इस घटना के बाद से हर साल फाल्गुन पूर्णिमा को प्रदोष काल में होलिका दहन की जाती है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। होलिका दहन के अगले दिन रंगों की होली खेली जाती है।
ज्योतिषाचार्य राजेश कुमार शर्मा
मणिनाथ धाम
नाथ नगरी बरेली
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