कस्बा उझानी के सुप्रसिद्ध कवि-लेखक टिल्लन वर्मा द्वारा रचित-प्रकाशित हास्य-व्यंग्य पत्रिका ” होली का हुड़दंग ” अपने जीवन के 54वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। इसे चमत्कार ही कहा जायेगा कि आज जब अनेक नामचीन पत्रिकाएँ बीच रास्ते में ही दम तोड़ गई हैं, तब टिल्लन जी की यह 54 वर्ष लम्बी रचनात्मक यात्रा निश्चित ही प्रशंसनीय कही जाएगी।
ख़ास बात ये है कि उक्त सृजन पूरी तरह वनमैन-शो है। यानी श्री वर्मा ही उक्त पत्रिका की रचना करते है, वही अपने निर्देशन में मल्टीकलर पत्रिका मुद्रित कराते हैं व सिर्फ अपने ही दमख़म पर उदारमना दानदाताओं से आर्थिक सहयोग लेकर सम्पूर्ण उझानी के अलावा बदायूँ और तमाम कस्बों में निःशुल्क वितरित भी कराते हैं।
बदायूँ एक्सप्रेस के पाठकों के दर्शनार्थ “हुड़दंग” पत्रिका के कतिपय मुखपृष्ठ प्रस्तुत हैं।