।**—-***** 17 मार्च से होलाष्टक शुरू।****** उझानी बदायूं 12 मार्च 2024। सूर्य देव के मीन राशि में प्रवेश के साथ ही 14 मार्च से 13 अप्रैल तक खरमास शुरू होने से,एक महीने मांगलिक व शुभ कार्य पर ब्रेक लग जाऐगा। वही 17 मार्च से होलाष्टक शुरू होते ही होली की धूम शुरू हो जाएगी। ज्योतिषाचार्यो के मुताबिक 14 मार्च से सूर्य देव मीन राशि में प्रवेश करेंगे। ओर एक माह मीन राशि में ही रहने से इस माह को खरमास कहते हैं। 13 अप्रैल तक अब मांगलिक कार्य जेसे विवाह, ग्रह प्रवेश,मुंडन, सहित कोई भी नया काम शास्त्र अनुसार बर्जित है। खर मास में लोगों को अपने इष्ट देव का पूजन, शिवलिंग,वालगोपाल, महालक्ष्मी,विश्नू भगवान का अभिषेक करना चाहिए। सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करने से व पवित्र नदियों में स्नान व दान-पुण्य करने से पुण्य फल प्राप्त होता है। वही 17 मार्च से हौलाष्टक शुरू हो रहै है। होलिका दहन से आठ दिन पहले हौलाष्टक लगने के पीछे की मान्यता है कि इन आठ दिनों तक हिरण्यकश्यप ने अपने ही पुत्र प्रहलाद को मारने के काफी जतन किए इन आठ दिनों तक कठोर यातनाएं दी मगर प्रहलाद भगवान् विष्णु की भक्ति के चलते हर बार बचे। अंत में जिंदा जलाने को होलिका के साथ आग में बैठाया ईश्वर की भक्ति के चलते होलिका का दहन हो गया ओर प्रहलाद जीवित बचे। इन आठ दिनों में लोगों को ईश्वर की भक्ति, धार्मिक किताबों का वाचन व प्रवचनों का श्रवण करना चाहिए। व होलिका दहन वाले दिन विधिपूर्वक होलिका की पूजा अर्चना कर आखर डालनी चाहिए। ऐसा करने से ही प्रहलाद की तरह ही मनुष्य के सारे कष्टों का निवारण हो जाता है। ऐसी ही मान्यता है। राजेश वार्ष्णेय एमके