तहसील कार्यालय में सरकारी योजना का लाभ लेने वाले आवेदन कर्ताओं से सत्यापन के नाम पर प्राइवेट रूप से रखे गए कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा की जा रही है धन वसूली
सहसवान (बदायूं) तहसील परिसर में एक आवेदन कर्ता ने वीडियो के माध्यम से अपना दर्द किया बयान
सहसवान एक तरफ प्रदेश सरकार प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है वहीं सहसवान तहसील में केंद्र ब प्रदेश सरकार की योजनाओ का लाभ लेने के लिए किए गए आवेदन की हार्ड कॉपी जमा करने के नाम पर आवेदन कर्ताओं से जमकर सहसवान तहसील कार्यालय में बैठे एक प्राइवेट कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा जमकर धन वसूली की जा रही है धन वसूली करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सुना जा सकता है उपरोक्त वीडियो में हार्ड कॉपी जमा करने के नाम पर पहुंचे किसान से सम्मन निधि की केवाईसी कराने के उपरांत हार्ड कॉपी जमा करने के नाम पर ₹500 की डिमांड की गई है जिस पर किसान द्वारा ₹200 दिए जाने के बाद उसे गाली गलौज एवं दुत्कार कर ऑफिस से भगा दिया गया पीड़ित किसान ने उच्च अधिकारियों से तहसील कार्यालय में सरकारी योजनाओं का सत्यापन करने के नाम पर लगाए गए प्राइवेट आदमी द्वारा की जा रही धन वसूली करने वाले प्राइवेट व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की मांग की है l
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ग्राम सिलहरी निवासी ओंकार पुत्र भगवान सिंह आयु लगभग 65 वर्ष तहसील सहसवान का निवासी है उसे केंद्र सरकार द्वारा संचालित किसान सम्मन निधि योजना के अंतर्गत सम्मान निधि मिलती थी परंतु सम्मान ई केवाईसी न होने के कारण उसे सम्मान निधि नहीं मिल पाई वह अपनी ई केवाईसी करने के उपरांत हार्ड कॉपी लेकर तहसील कार्यालय में प्राइवेट रूप से रखे गए कंप्यूटर ऑपरेटर मनोज कुमार यादव के पास पहुंच जहां उसने हार्ड कॉपी जमा करने के लिए अनुरोध किया उपरोक्त प्राइवेट रूप से रखे गए ऑपरेटर ने उसे ₹500 की मांग की जिस पर प्रार्थी ने गरीबी होने का हवाला देते हुए ₹200 दे दिए जिस पर कंप्यूटर ऑपरेटर मनोज यादव ने उसके साथ गाली गलौज करते हुए बाहर निकल जाने को कहा प्रार्थी रोता भी लगता हुआ अधिकारियों के यहां भी पहुंचा परंतु किसी ने भी उसकी प्रार्थना नहीं सुनी l
प्रेषित पत्र में बताया कि उपरोक्त प्राइवेट रूप से रखे गए कंप्यूटर ऑपरेटर मनोज यादव जो सरकारी योजनाओं में सत्यापन के नाम पर जमकर धन वसूली कर रहा है उसके विरुद्ध कार्रवाई किये जाने की मांग की है l
चर्चा है उपरोक्त प्राइवेट रूप से अधिकारियों द्वारा रखे गए कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा योजनाओं के आवेदन कर्ताओं से जमकर धन वसूली की जाने की अनेक शिकायत की जा चुकी हैं परंतु अभी तक उपरोक्त प्राइवेट रूप से रखे गए कंप्यूटर ऑपरेटर के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई लोगों का कहना है की एक तरफ प्रदेश सरकार लोगों को सरकार की योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए अनेक योजनाओं को संचालित कर रही है उसकी योजना नीचे के पायदान पर खड़े हुए प्रत्येक व्यक्ति को योजना का लाभ मिलना चाहिए परंतु तहसील कार्यालय में अधिकारियों द्वारा प्राइवेट रूप से रखे गए कंप्यूटर ऑपरेटर मनोज यादव द्वारा आवेदन कर्ताओं से सत्यापन के नाम पर की जा रही धन वसूली का मामला नगर एवं देहात क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है अब देखना है की तहसील प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी प्राइवेट रूप से रखे गए कंप्यूटर ऑपरेटर मनोज कुमार यादव के विरुद्ध क्या कार्यवाही अमल में लाते हैं या शिकायत को पूर्व की तरह रद्दी की टोकरी में डाल देते हैं l