बहुत देर कर दी हुजूर आते आते — उझानी का सरकारी अस्पताल, अधीक्षक को छोड सभी चिकित्सक लेट ***** चिकित्सा अधीक्षक डाॅ गंगवार को छोड़ कोई नहीं आया समय से।****** उझानी बदायूं 9 फरवरी 2024। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ( सरकारी अस्पताल ) का हाल बेहाल है, मरीज डाॅक्टर के इंतजार में बैठे हैं, मगर हुजूर है कि 10-30 से पहले आते ही नहीं। सिर्फ चिकित्सा अधीक्षक डाॅ राजकुमार गंगवार ही समय से कुर्सी पर नजर आऐ। ओर आते ही मरीजों को देखना शुरू कर दिया। साढ़े दस बजे डाॅ हिना सफदर की एंट्री होती है। बाकी का तो भगवान ही मालिक । चिकित्सकों के लेट लतीफ आने के मसलें पर जब अधीक्षक डाॅ गंगवार से पूछा तो वह बोलें कि डाॅ अवनी सिंह कोर्ट में गई है। डाॅ सफदर आज ही लेट है, वर्ना वह समय से ड्यूटी करती है। डाॅ कीर्ति गुप्ता से लेट आने का कारण पूछा जाऐगा। डाॅ हरीश कुमार की पोस्टमार्टम में ड्यूटी है। डाॅ अनिल कुमार गुप्ता को दो बजे से एमरजेंसी में रात तक रहना है। सर्जन धर्मेन्द्र कुमार किन्हीं कारणों से आऐ नहीं। मरीजों की हालत यह है कि 400 से 500 मरीजों की रोज ओपीडी होनी है वह भी दो चिकित्सकों द्वारा। वहां दवा लेने आऐ मरीजों में हरकिशन, रामविलास,रामू,शीला, रेहाना,सलमा बी,राजदा, शिवराज आदि का कहना है कि सरकारी अस्पताल में दवा लेने आओ तो चिकित्सक कभी समय से आते ही नहीं। एक घंटे इंतजार करो फिर लाईन में लगो तो दो तीन घंटे बाद ही दवा मिल पाती है। वह भी सभी बीमारियों को एक ही डाॅ दवा लिखते रहते हैं। यहां विषेषज्ञ डाॅक्टर की भी कमी है। एक फिल्म का गाना उझानी के अस्पताल पर सटीक बैठता है कि बहुत देर से दर पे आंखें लगी थी बहुत देर कर दी हुजूर आते आते। राजेश वार्ष्णेय एमके