मुजरिया थाना क्षेत्र के दर्जन भर से अधिक ग्रामों में महाशिवरात्रि के पर्व पर कोलिहाई में चार दिवसीय मेले का भव्य आयोजन किया जाता है तथा धार्मिक सद्भावना को बरकरार रखने हेतु जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं नाट्य कार्यक्रम पुरुष कलाकारों द्वारा आयोजित किए जाते हैं इतना ही नहीं मीना बाजार कॉस्मेटिक सहित बच्चों के खेल खिलौने की दुकान और जलेबी पकौड़ी चाऊमीन इत्यादि व्यंजनों के दुकानों से सजे हुए मेले का दृश्य सभी समाज के ग्रामीणों को भाता नजर आता है क्योंकि लगभग 40 वर्ष से लगातार महाशिवरात्रि के मेले का आयोजन सभी ग्रामीणों की सहमति से तथा दूरदराज की ग्रामीण जनता के द्वारा सामंजस बनाकर किया जाता रहा है और महिलाएं एवं पुरुषों के द्वारा आयोजक एवं श्रद्धालु के रूप में शोभा बढ़ाने का कार्य बैलगाड़ी ,बाइक, ट्रैक्टर ट्राली, कार ,तथा ई रिक्शा एवं टेंपो के माध्यम से मेले में अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर मेले का आनंद उठाते हैं मेले में बच्चों के झूलने के झूले एवं इस मंच के माध्यम से समस्त जनता को अपराधों पर रोक लगाना,नारी शक्ति मिशन, समय-समय पर जनता को जागरूक करना एक परम कर्तव्य रहा है शिव मंदिर कोल्हाई में जलाभिषेक करके अपनी मन्नत को मांगते हैं श्रद्धालुओं कि इस शिव मंदिर पर मन्नत पूरी हुई है यह श्रद्धा का स्थान बना हुआ है यहां सिद्ध शिव का मंदिर माना गया है यहां दूरदराज से सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रदर्शन करने के लिए अच्छे-अच्छे पुरुष कलाकारों द्वारा नाट्य कार्यक्रम एवं धर्म आस्था के आधार पर कार्यक्रम चलते हैं तथा आम जनता का मनोरंजन भी होता है इस मेले का आयोजन का संस्थापक /संचालन स्वर्गीय रामचरण लाल पूर्व शिक्षक की सौजन्य से शुभारंभ हुआ मेले का आयोजन डॉक्टर एन पी एस सैलानी के द्वारा होता चला आ रहा है एवं मेले में सभी समाज की ग्रामीण जनता के द्वारा होता चला रहा है यहां पर उप जिला मजिस्ट्रेट के द्वारा अनुमति प्राप्त होती चली आई है इस आधार पर पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तादी से ड्यूटी को अंजाम देकर शांति व्यवस्था को बनाए रखती है तथा क्षेत्र के संभ्रांत लोगों द्वारा भी शांति व्यवस्था को बनाए रखने में पूर्ण सहयोग रहता है मुजरिया क्षेत्र में कोलिहाई के अलावा महाशिवप पातालेश्वर नगला भिंड विचोला,परमू, खंदक,आदि गांवों में भी होता है