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“जहांने शैख मुजद्दिद” और “जहांने अमीर खुसरौ” का होगा रस्मे इजरा
बदायूं। हर साल की तरह इस साल भी बाबा फरीद के पोते कुतबे बदायूं मुफ्ती शाह मोहम्मद इब्राहिम फरीदी का दो रोज़ा सालाना उर्स ए फरीदी का आगाज़ 3 मार्च को होगा। उर्से फरीदी के नाज़िम उस्ताद शायर डॉ मुजाहिद नाज़ कादरी बदायूंनी ने बताया कि मुफ्ती शाह मोहम्मद इब्राहिम फरीदी साहब का दो रोज़ा उर्स फरीदी 3 मार्च दोपहर को 11वीं शरीफ की न्याज़ से शुरू होगा। जिसके बाद शाम 4:00 बजे चादर शरीफ का जुलूस मोहल्ला कामांगरान स्थित खानकाहे फरीदिया से दरगाह जाएगा। बाद नमाजे इशा महफिल मिलाद शरीफ के बाद तरही मुशायरे में जनपद, गैर जनपद व गैर प्रांत के शोअरा हज़रात द्वारा नात ओ मनकबत पेश की जाएंगी। जिसका मिसरा तरह होगा – 1- …न सानी है न साया है ये है रुतबा मुहम्मद का।
2- ….निराली शाम है जग में फरीदी आस्ताने की।
व उलमा ओ इकराम की रूहानी और पाकीजा तकारीर होगी और उसके दूसरे दिन चार मार्च को बाद नमाजे फज्र हल्कए जिक्र, कुरआन ख्वानी, न्याज , मशायेख सिलसिला, सुबह 9:00 बजे महफिल नात व मनकबत,तकरीर उलमा ए इकराम और दोपहर एक बजे कुल शरीफ की रस्म के बाद सलातो सलाम , शिजराह ख्वानी, दुआ ए खैर अमनो सलामती के बाद लंगर का एहतमाम किया जाएगा। उर्स के सभी प्रोग्राम साहिबे सज्जादा खानकाह आबादानिया, फरीदिया बदायूं शरीफ, हज़रत मोहम्मद अनवर अली फरीदी (सुहैल फरीदी) साहब फरमाएंगे।
होगा जश्ने रस्मे इजरा
मोहम्मद सुहैब फरीदी ने बताया कि उर्से फरीदी के मौके पर खानकाह फ़रीदिया बदायूं शरीफ में शेख तरीकत शाह मोहम्मद अनवर अली सुहैल फरीदी की इमाम रब्बानी मुजद्दिद अल्फ सानी हजरत शेख अहमद सरहंदी फारुकी और अमीरूशशोअरा तूती ए हिंद जाने महबूब ए इलाही हज़रत अमीर खुसरौ देहलवी की पाकीजा सीरत पर गिरां कद्र किताब “जहांने शैख मुजद् दिद” और “जहांने अमीर खुसरौ” का रस्मे इजरा उल्मा ओ माशायख के दस्ते मुबारक से इंशाल्लाह 4 मार्च 2024 बरोज़ पीर दोपहर 12:00 बजे होगा।