।****।***** एमपी राजस्थान के विधानसभा चुनावों के बेहतर परिणामों से संकेत।***** *****क्षेत्र की जनता को हर सुख दुख में तैयार मिलते हे वीएल बर्मा,यही सादगी अन्य दलों पर पड़ेगी भारी।*****उझानी बदायूं 1 मार्च। लगता है इस बार भाजपा बदायूं लोकसभा से केन्द्रीय राज्यमंत्री वीएल बर्मा को मैदान में उतार सकती है। 3 दिसंबर 2023 को राजस्थान ओर मध्यप्रदेश विधानसभा के बेहतर नतीजे भाजपा केन्द्रीय नेतृत्व की नई रणनीति सांसद को विधानसभा के चुनाव में उतारकर कामयाब रही है। यूपी में भी बदलाव देखने को मिल सकता है। एक साल से माननीय वीएल बर्मा की क्षेत्र में सक्रियता भी इसी ओर इशारा कर रही है। भाजपा की केन्द्रीय चुनाव समिति ने नई रणनीति के तहत जहां मध्यप्रदेश से सांसद व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, फग्गनसिंह फुलस्ते, राकेश सिंह, रीति पाठक, गणेश सिंह,उदय प्रताप सिंह सहित राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को विधानसभा चुनाव में उतारा, परिणाम भी भाजपा के उम्मीद के मुताबिक बेहतर रहे। वही राजस्थान से सांसद राज्यवर्धन राठौर, किरोड़ी लाल मीणा,दीया कुमारी,बाबा बालकनाथ, भागीरथ चौधरी, देवी सिंह पटेल,ओर नरेंद्र कुमार को भी विधान सभा से चुनाव लड़ाया है,ओर ज्यादातर कामयाब भी रहे। बदायूं लोकसभा से मोजूदा सांसद संघमित्रा मोर्य का अगर किन्हीं कारणों से टिकट कटा तो भाजपा की मौजूदा रणनीति के तहत केन्द्रीय सहकारिता राज्यमंत्री वीएल बर्मा ही भाजपा का चेहरा होंगे ? । मोदी सरकार की नीति चौंकाने वाली रही है। बदायूं व यूपी में भी बहुत कुछ बदलना तय है। एक बर्ष से माननीय बर्मा जी की क्षेत्र में सक्रियता भी इसी ओर इशारा कर रही है। वेसे तो क्षेत्र की जनता के लिए केन्द्रीय राज्यमंत्री वीएल बर्मा चौबीसों घंटे उपलब्ध रहते हैं। बर्मा जी की यही सादगी बदायूं लोकसभा पर अन्य पार्टियों के प्रत्याशियों पर भारी पड़ेगी। ओर बदायूं लोकसभा का चुनाव रोचक होगा। राजेश वार्ष्णेय एमके