भागवत कथा में राम-सीता विवाह का सुनाया प्रसंग
बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गांव धनौली में पंचायत घर पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन कथावाचक लक्ष्मी शास्त्री ने भगवान राम-सीता विवाह के प्रसंग को सुनाया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने जमकर जयकारे लगाए। उन्होने कहा कि राजा जनक के दरबार में भगवान शिव का धनुष रखा हुआ था। एक दिन सीता ने घर की सफाई करते हुए उसे उठाकर दूसरी स्थान पर रख दिया। उसे देख राजा जनक को आश्चर्य हुआ, क्योंकि धनुष किसी से उठता नहीं था। राजा ने प्रतिज्ञा कि जो इस धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाएगा, उसी से सीता का विवाह होगा। स्वयंवर का आयोजन किया गया। जिसमें एक-एक करके योध्दाओं ने धनुष उठाने की कोशिश की। , लेकिन किसी कोई सफलता नहीं मिली। गुरु की आज्ञा से श्री राम ने धनुष उठा प्रत्यंचा चढ़ाने लगे तो वह टूट गया। इसके बाद धूमधाम से सीता और राम का विवाह हुआ। माता सीता ने जैसे प्रभु राम को वरमाला डाली वैसे ही देवता फूलों की वर्षा करने लगे। यहां बच्चों ने राम और सीता की सुंदर झांकी भी पेश की। इस मौके पर रुपेश यादव, धर्मेंद्र यादव, अरविंद यादव, प्रवीण यादव, विनोद यादव, अजीत यादव, नरेंद्र यादव, अमित माहेश्वरी, विवेक यादव, राम खिलाड़ी, पुष्पेंद्र यादव, राममोहन सिंह, नरेंद्र, अखिलेश कुमार आदि मौजूद रहे।