बादशाहपुर स्कूल में मनाई गई कस्तूरबा गांधी की पुण्यतिथि
बिल्सी। विकास खंड अंबियापुर के गांव बादशाहपुर में स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में आज बृहस्पतिवार कस्तूरबा गांधी की पुण्यतिथि मनाई गई। यहां सबसे पहले स्कूल की वार्डेन भारती मालपाणी समेत अन्य लोगों ने कस्तूरबा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हे श्रध्दाजंलि अर्पित की। वार्डेन ने उनके जीवन प्रकाश डालते हुए छात्राओं को बताया कि कस्तूरबा गांधी का जन्म 11 अप्रैल 1869 ई में काठियावाड़ के पोरबंदर नगर में हुआ था। मात्र सात साल की अवस्था में उनकी सगाई महात्मा गांधी के साथ हो गई थी। वें एक समाज सेविका थी। गरीब और पिछड़े वर्ग के लिए बापू ने काम किया यह तो हम सब जानते हैं। किंतु दक्षिण अफ्रीका में अमानवीय हालात में भारतीयों को काम कराने के विरूद्ध आवाज उठाने वाली कस्तूरबा गांधी ही थीं। सर्वप्रथम कस्तूरबा गांधी ने ही इस बात को प्रकाश में रखा और उनके लिए लड़ते हुए उनको तीन महीने के लिए जेल भी जाना पड़ा। इसके अलावा भी जब वे भारत लौटें तो अपने अंतिम क्षण तक भारतीयों की सेवा करती रहीं। इस मौके पर सुनीती कश्यप, रश्मि यादव, कविता राठौर, अनुपम, कुलदीप अरुण, प्रवीण दत्त पाठक, उपासना शर्मा, वीरेश्वर सिंह, महेश पाल, चेतराम, विमला समेत तमाम छात्राएं मौजूद रही।