भाकियू चढूनी की हुई मासिक पंचायत
बिल्सी भारतीय किसान यूनियन चढूनी की मासिक पंचायत बिल्सी तहसील प्राँगण में हुई जिसमें किसानों की प्रमुख समस्याओं को प्रमुखता के साथ उठाया गया।
पंचायत को संबोधित करते हुए भाकियू के सत्यवीर सिंह यादव वरिष्ठ उपाध्यक्ष ने कहा बिल्सी तहसील क्षेत्र में बहने वाली भैंसोर नदी सोत नदी व अरिल नदी सूख चुकी हैं दबंगों ने नदी पर कब्ज़ा कर लिया है। प्रशासन को किसान हित में इन नदियों को अवैध कब्ज़े से मुक्त कराकर पुनर्जीवित करना चाहिए जिससे किसानों को सिंचाई में इसका लाभ मिले। बिल्सी तहसील अध्यक्ष नन्नू सैफी ने कहा बिल्सी तहसील क्षेत्र की मार्ग काफ़ी जर्जर है किसान वाहन हों या स्कूली वाहन या एम्बुलेंस सभी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है प्रशासन किसी हादसे का इंतज़ार न करे जल्द इस मार्ग का निर्माण कराया जाए।
ज़िला महासचिव कृष्ण अवतार शाक्य व बदायूँ नगर अध्यक्ष आरिफ़ रज़ा ने संयुक्त संबोधन में कहा राशन कोटेदार अपनी मनमानी पर उतारू हैं यूनिट के अनुसार राशन का वितरण नहीं कर रहे हैं। गरीबों का हक छीना जा रहा है। प्रशासन यदि सुधार नहीं करता है तो भाकियू चढूनी धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होगी। तहसील अध्यक्ष नन्नू सैफी ने कहा ग्राम बादशाहपुर विकासखंड अंबियापुर श्री चंद के मकान से लेकर शिव मंदिर तक जल भराव गहरे गहरे गड्ढे कीचड़ युक्त जिसे जन्नत में पक्की कराई जाए रास्ता सही कराया जाए किसानों को कम से कम 18 घंटे बिजली मिले अन्य प्रदेशों की तरह और राज्यों की तरह उत्तर प्रदेश में भी बिजली का रेट कम हो
भाकियू चढूनी जिलाध्यक्ष सतीश साहू ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा पूरे जनपद में आवारा गौवंश का आतंक है किसान ठंड में दुखी हैं रात दिन अपनी फसलों की रखवाली कर रहा है। सरकार ने गौशालाओं का निर्माण कराया और उसके लिए बजट भी पास किया निचले स्तर के कर्मचारी और अधिकारी उस बजट का बन्दर बाँट करने में लगे हैं। सरकारी आदेशानुसार आवारा गौवंश को गौशाला में नहीं भेज रहे है। अधिकारी हल्कू और झबरा से इसका सबक लें।
पंचायत के बाद जिलाध्यक्ष सतीश साहू के नेतृत्व में उपजिलाधिकारी को 8 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया।
इस मौके पर भाकियू चढूनी के जिला कोषाध्यक्ष रहीस अहमद, बिल्सी युवा नगर अध्यक्ष इस्तखार नन्नू सैफई तहसील अध्यक्ष जफर नगर अध्यक्ष बिल्सी रईस अहमद कासिम अली अनवार शहा रामेश्वर मौर्य कप्तान सिंह जलालुद्दीन पूरनलाल जगमोहन दिलशाद, सहित काफी बड़ी संख्या में पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।