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‘रामो विग्रहवान् धर्मः’
कोटि-कोटि जनों की समेकित आस्था के केंद्र, कौशल्यानंदन प्रभु श्री रामलला का दिव्य स्वरूप अखिल विश्व को आनंदित करने वाला है।
समस्त ब्रह्मांड आज आह्लादित है। सृष्टि का कण-कण, समय का क्षण-क्षण ‘राममय’ है।
विश्व की सांस्कृतिक राजधानी श्री अयोध्या धाम हर्षित, मानवता गर्वित और सभ्यता पुलकित है।
सभी को जय श्री राम!