राम … का नाम जपते
रहे हर घड़ी
प्रभु की लीला जगत में
सुनी हर कहीं
आज मंजर जो देखा
मजे आ गये
राम अपनी अयोध्या में
जो आ गये…।।
सज गई है अयोध्या
सदा के लिए…।।
हे प्रभु …मेरे नयनों
में बसना सदा
बस कृपा अपने भक्तों
पे करना जरा
राम के नाम का सुख
मिला है हमें
घर में जलने लगे
आरती के दिये…।।
सज गई हैं अयोध्या
सदा के लिए…।।
राम लक्ष्मण चले
आज सीता सहित
दरस पाने को आतुर
और हर्षित सभी
द्वार सब सज रहे
ढोल भी बज रहे
थाल लेकर खड़ें
आरती के लिए…।।
सज गई है अयोध्या
सदा के लिए…।।
सीमाचौहान सहसंयोजक ब्रज प्रांत गंगासमग्र