कुरान की आयत गायत्री मंत्र के साथ प्रारंभ हुआ खिचड़ी भोज
देश श
24 25 26 फरवरी 2024 को दिल्ली जंतर मंतर पर करेंगे अनशन
सामायोजित शिक्षक /शिक्षामित्र की लड़ाई में प्रदेश स्तर तक विशेष योगदान रहा है
2 जून 2023 से 12 जून 2023 तक साइकिल यात्रा निकल चुके हैं
गांधी जी के कदमों पर चलकर मिलेगी गुलामी से अजादी
सड़क सांसद न्यायालय तक संविदा कर्मी संघर्ष करने को रहे तैयार
केंद्र व राज्यों की सरकार से बहुत उम्मीद है संविदाकर्मियों को
समान कार्य समान वेतन की नियमावली बने संविदा कर्मियों को
देश में गुलामी का दूसरा नाम संविदा कर्मी
आज दिनांक 12 जनवरी 2024 को राष्ट्रीय मध्यान्ह भोजन रसोईया कर्मी वेलफेयर एसोसिएशन शाखा बदायूं के तत्वाधान में चल रहे क्रमिक अनशन को पूर्व घोषित योजना अनुसार विराम दिया गया
विभिन्न माध्यमों से मुख्यमंत्री को संबोधित सात सूत्री ज्ञापन भेजा जाता रहा
देशभर के के सभी गैर राजनीतिक, सामाजिक शैक्षिक व्यापारी किसान छात्र मजदूर महिला संविदा कर्मी शिक्षा मित्र अनुदेशक रोजगार सेवक आंगनवाड़ी आशा विद्युत कर्मचारी पीआरडी होमगार्ड संविदा डॉक्टर नर्स चालक परिचालक,अधिकारी, कर्मचारी संगठनों से मिला भरपूर समर्थन आगे भी शामिल होने की,की गई अपील
देशभर में लगभग 25 लाख
उत्तर प्रदेश में 3,78000 लाख
प्रदेश सरकार अल्पमानदेय 66 रुपए प्रति मानवदिवस पर काम करा रही है।
9 दिन की तपस्या के बाद मिले कोरे आश्वासन
पक्ष विपक्ष दोनों से ही शिकवा
बड़ी-बड़ी मीडिया के लोग सच दिखाई नहीं छुपाते हैं
छोटे कहे जाने वाले मीडिया के लोगों ने दिखाई दरिया दिली
खिचड़ी भोज के बाद साथी लगे दिल्ली प्रदर्शन की तैयारी में
क्रमिक अनशन समर्थन में
जिला अध्यक्ष तुलसी मौर्य
जिला संयोजक प्रेमपाल मोहनलाल तहसील प्रभारी बिसौली
संगीता शर्मा जिला उपाध्यक्ष शांति जिला उपाध्यक्ष
जरीना बेगम जिला सचिव
सुनीता, ईश्वर देवी,आशा मुन्नी देवी, जलधारा,संगीता, प्रेमवती, सुशीला,राज दुलारी, मोर कली, रामा देवी, सावित्री, सुकमा, रेशमा, सोमवती, जगबीर, गंगा देवी, रामवती, पीतम,रामप्यारी, सरोज, भगवान देवी, दुर्गेश, नन्ही, मोहनलाल , संगीता, राजपाल, रजनीश, रेखा, शीला, कांति, भूरी, तुलसी, कन्यावती, सीमा, पिंकी, कुसमा, गंगा देवी, भगवान देवी, सर्वेषा, सुषमा, बिमला, राधा, मोरकली, मुन्नी देवी, राम दुलारी , सरस्वती, विठोलादेवी, मानमती, अनेक श्री, रामवती, सोमवती, शरबती, पिंकी, मधुबाला, समेत दर्जनों रसोइया मौजूद थे।