आईआईटी कानपुर के नियमों के अनुरूप वर्चुअल लैब कार्यशाला संपन्न : विनय त्रिपाठी
आवास विकास स्थित राजकीय महाविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग एवम आई आई टी कानपुर के द्वारा बीएससी भौतिक विज्ञान के छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित 6 दिवसीय वर्चुअल प्रयोगशाला का राष्ट्रीय वर्कशॉप का आज समापन हो गया।
वर्कशॉप के संयोजक डॉ संजीव राठौर ने जानकारी दी है कि गत 6 दिन से लगातार गूगल मीट लिंक के माध्यम से वर्चुअल लैब कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें आईआईटी कानपुर एवम पीएसआईटी कानपुर के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के भौतिक विज्ञान पाठयक्रम के अनुरूप वर्चुअल प्रयोगशाला में प्रयोग करने के लिए प्रशिक्षित किया गया।
कार्यशाला में देश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के प्रतिभागी छात्र-छात्राओं के लिए रिफ्रैक्टिव इंडेक्स बाय न्यूटन्स रिंग्स तथा डिफ्रेक्शन ग्रेटिंग नामक प्रयोग संपन्न कराए गए। अंतिम दिन भी यूट्यूब लिंक के माध्यम से इसको सीधा प्रसारित किया गया।
कार्यशाला के व्याख्यान सत्र के पश्चात समापन समारोह आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में आईआईटी कानपुर के वर्चुअल लैब के प्रोजेक्ट एसोसिएट डॉ विनय त्रिपाठी ने शिरकत की।
मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए डॉ त्रिपाठी ने कहा कि आईआईटी कानपुर की आकांक्षाओं के अनुरूप राजकीय महाविद्यालय में 6 दिवसीय ऑनलाइन राष्ट्रीय वर्चुअल कार्यशाला भौतिक विज्ञान के बीएससी के छात्र-छात्राओं के लिए विधिवत रूप से संपादित की गई है।
मुख्य अतिथि ने कहा कि राजकीय महाविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग द्वारा छह दिवसीय इस राष्ट्रीय कार्यशाला में महात्मा ज्योतिबा फूले रोहिलखंड विश्वविद्यालय बरेली द्वारा जारी वर्चुअल लैब पाठ्यक्रम के बीएससी प्रथम सेमेस्टर, तृतीय सेमेस्टर तथा पंचम सेमेस्टर के विभिन्न प्रयोगों की विधि छात्र-छात्राओं के मध्य संपादित कर कार्यशाला की कीनोट स्पीकर एवं पीएसआईटी कानपुर की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अपर्णा दीक्षित के द्वारा बताई गई। तथा देशभर के विभिन्न राज्यों के प्रतिभागी छात्र-छात्राओं के तकनीकी सवालों का समाधान भी किया गया। डॉ त्रिपाठी ने कहा कि जहां एक ओर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के पाठ्यक्रमों को संचालित करने के लिए विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा कई तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर इस कार्यशाला की उपयोगिता को ध्यान में रखकर महाविद्यालय ने इसको यूट्यूब पर सीधा प्रसारित करके छात्र हित में अनूठा कार्य किया है।
प्राचार्य डॉ श्रद्धा गुप्ता ने विभिन्न राज्यों के उपस्थित प्राध्यापकों एवं सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं का स्वागत किया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में आईआईटी कानपुर की प्रोजेक्ट एसोसिएट डॉ सुमन त्रिपाठी ने आईआईटी कानपुर द्वारा उपलब्ध कराए गए प्लेटफार्म के विधिवत उपयोग हेतु महाविद्यालय की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह 6 दिवसीय ऑनलाइन वर्चुअल लैब कार्यशाला आईआईटी कानपुर के नियमों के अनुरूप आयोजित कर महाविद्यालय ने देश भर के विभिन्न राज्यों के प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को वर्चुअल लैब पाठ्यक्रम को संपादित करने की तकनीकी की जानकारी देकर महत्वपूर्ण सामाजिक कार्य किया है। सुमन त्रिपाठी ने कहा कि छात्र-छात्राएं आईआईटी कानपुर में ऑफलाइन रूप से भी प्रतिभाग कर वर्चुअल लैब की ट्रेनिंग प्राप्त कर सकते हैं।
विशिष्ट अतिथि के रूप में राष्ट्रीय ऑनलाइन वर्चुअल लैब कार्यशाला को संबोधित करते हुए केएलडीएवी कॉलेज रुड़की की भौतिक विज्ञान की प्रोफेसर डॉ बंदिता श्रीवास्तव ने महाविद्यालय द्वारा आयोजित कराई गई 6 दिवसीय ऑनलाइन वर्चुअल लैब राष्ट्रीय कार्यशाला की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए इसकी सराहना की। उन्होंने कहा कि भौतिक विज्ञान के प्रत्येक छात्र-छात्रा को अमृतालैब की वेबसाइट पर अपनी लॉगिन आईडी बनाकर प्रयोग को संपादित करना चाहिए ताकि वे वर्चुअल लैब कार्यशाला की उपयोगिता को बढ़ावा दे सकें।
राजकीय महाविद्यालय थाणे, महाराष्ट्र के भौतिक विज्ञान के प्रोफेसर डॉ दिवंगर सपाटे ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के पाठ्यक्रम के अनुरूप कार्यशाला की आवश्यकता पर बल देते हुए राजकीय महाविद्यालय द्वारा आयोजित इस छ दिवसीय वर्चुअल लैब कार्यशाला को छात्र हित में आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि आईआईटी कानपुर के नेतृत्व में वर्चुअल लैब कार्यशाला आयोजित करके बीएससी के विद्यार्थियों के लिए एक अनूठा अवसर प्रदान किया गया है। इस कार्य के लिए महाविद्यालय की प्राचार्य तथा कार्यशाला के संयोजक बधाई के पात्र हैं।
कार्यशाला के संयोजक ने बताया कि प्रतिदिन की भांति बीएससी पंचम सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं का भी गूगल फॉर्म लिंक के माध्यम से फीडबैक प्राप्त किया गया है तथा कार्यशाला के प्रत्येक दिन की महाविद्यालय प्राचार्य द्वारा अग्रसारित रिपोर्ट फोटोग्राफ, वीडियो, तथा छात्र-छात्राओं की प्रतिदिन की उपस्थिति संलग्न करके आईआईटी कानपुर को प्रेषित की जाएगी।
कार्यशाला में बीएससी तृतीय सेमेस्टर के छात्र अली राजा ने तकनीकी सहयोग किया तथा कार्यशाला के संयोजक एवं आईआईटी कानपुर के महाविद्यालय नोडल कोऑर्डिनेटर डॉ संजीव राठौर ने संचालन किया।