आवास विकास स्थित राजकीय महाविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग एवम आईआईटी कानपुर के संयुक्त तत्वाधान में चल रहे 6 दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला के पांचवें दिन बीएससी पंचम सेमेस्टर के भौतिक विज्ञान के छात्र-छात्राओं को न्यूटन्स रिंग के प्रयोग की वर्चुअल रूप से क्रियाविधि बताई गई।
कार्यशाला के संयोजक डॉ संजीव राठौर ने जानकारी बताया कि पीएसआईटी कानपुर की भौतिक विज्ञान की एसोसिएट प्रोफेसर अपर्णा दीक्षित ने देश के विभिन्न राज्यों से ऑनलाइन जुड़े बीएससी पंचम सेमेस्टर के देश के कई राज्यों के प्रतिभागी छात्र-छात्राओं के मध्य न्यूटन्स रिंग प्रयोग संपन्न कराया। डॉ अपर्णा दीक्षित ने बताया कि इस प्रयोग से उपयोग में लाई जाने वाली सोडियम लाइट आंखों के लिए किसी भी रूप में हानिकारक नहीं होती है। छात्र-छात्राओं ने व्याख्याता से रूबरू होते हुए अपने विभिन्न जटिल सवालों का जवाब भी प्राप्त किया।
कार्यशाला में केएलडीएबी कॉलेज रुड़की की भौतिक विज्ञान की प्रोफेसर डॉ बंदिता श्रीवास्तव ने वर्चुअल प्रैक्टिकल की उपयोगिता पर प्रकाश डाला।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ श्रद्धा गुप्ता ने कार्यशाला के प्रारंभ में समस्त उपस्थित प्राध्यापकों एवं देश के विभिन्न राज्यों के प्रतिभागी छात्र-छात्राओं का स्वागत करते हुए वर्चुअल प्रयोगात्मक पाठ्यक्रम को ऑफलाइन प्रयोगशाला के पाठ्यक्रम के साथ-साथ सीखने पर जोर दिया।
प्राचार्य ने बताया कि भौतिक विज्ञान की इस कार्यशाला को गूगल मीट के माध्यम से ऑनलाइन संचालित किया जा रहा है तथा यूट्यूब के माध्यम से इस कार्यशाला को सीधा ऑनलाइन प्रसारित भी किया जा रहा है।
कार्यशाला में बीएससी के छात्र अली राजा ने तकनीकी सहयोग किया। तथा कार्यशाला का संचालन संयोजक डॉ संजीव राठौर ने किया।