1:23 pm Friday , 31 January 2025
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आईआईटी कानपुर के तत्वाधान में ६ दिवसीय राष्ट्रीय वर्चुअल कार्यशाला में दूसरे दिन भी संपन्न कराए गए प्रयोग

आवास विकास स्थित राजकीय महाविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग द्वारा आईआईटी कानपुर के तत्वाधान में 6 दिवसीय राष्ट्रीय वर्चुअल लैब कार्यशाला दूसरे दिन भी विधिवत रूप से संपन्न हुई।
कार्यशाला के संयोजक एवं वर्चुअल लैब नोडल केंद्र के नोडल कोऑर्डिनेटर डॉ संजीव राठौर ने जानकारी दी है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में वर्णित नवीन पाठ्यक्रम के अनुरूप महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड विश्वविद्यालय बरेली के नवीन पाठ्यक्रम के द्वारा बीएससी प्रथम सेमेस्टर के भौतिक विज्ञान के निर्धारित पाठ्यक्रम में तकनीकी उन्नयन हेतु वर्चुअल पाठ्यक्रम भी समानांतर रूप से निर्धारित है।
उल्लेखनीय है कि महाविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग द्वारा आईआईटी कानपुर के साथ किए गए एमओयू के तहत बीएससी प्रथम वर्ष के के भौतिक विज्ञान के विद्यार्थियों के लिए दो दिवसीय वर्चुअल लाइव कार्यशाला संपन्न की गई।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ श्रद्धा गुप्ता ने राष्ट्रीय वर्चुअल लैब कार्यशाला अपने उदबोधन में देश के विभिन्न राज्यों के असंख्य शिक्षण संस्थानों के प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को प्रेरित कर वर्चुअल माध्यम से प्रयोग संपन्न करने के लिए आईआईटी कानपुर को श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग द्वारा राष्ट्रीय स्तर की वर्चुअल लैब कार्यशाला माध्यम से प्रथम सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रयोग संपन्न करा कर देश के विभिन्न राज्यों के शिक्षण संस्थानों के छात्र-छात्राओं को राजकीय महाविद्यालय से वर्चुअल माध्यम से जोड़ा।
आईआईटी कानपुर की ओर से पधारी प्रोजेक्ट एसोसिएट डॉ सुमन त्रिपाठी ने प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को कार्यशाला की उपयोगिता एवं वर्चुअल लैब के माध्यम से भविष्य उन्नयन के विभिन्न आयाम तथा मध्यम सुझाए।
उल्लेखनीय है कि कार्यशाला में रुचि लेकर संपूर्ण देश के विभिन्न राज्यों के 665 छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया है। कार्यशाला के आयोजन की रूपरेखा वर्तमान सत्र में विषम सेमेस्टर्स- प्रथम तृतीय एवं पंचम सेमेस्टर के लिए निर्धारित की गई है। जिसके अब 8 एवं 9 जनवरी को तृतीय सेमेस्टर तथा 10 एवं 11 जनवरी को पंचम सेमेस्टर के पाठ्यक्रम के अनुरूप वर्चुअल माध्यम से प्रयोगों की विधि पर प्रकाश डाला जाएगा।
कार्यशाला में व्याख्याता के रूप में पीएसआईटी कानपुर के भौतिक विज्ञान विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अपर्णा दीक्षित ने वर्चुअल लैब की आधुनिक युग में उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए पाठ्यक्रम के अनुरूप “टॉर्क एंड एंगुलर एक्सीलरेशन ऑफ़ ए फ्लाईव्हील” नामक प्रयोग को अमृतालैब की वेबसाइट के द्वारा वर्चुअल माध्यम से विद्यार्थियों को विस्तृत रूप से बताया।
व्याख्याता डॉ अपर्णा दीक्षित ने देश के विभिन्न छात्र-छात्राओं के गूगल मीट लिक के माध्यम से जुड़े विभिन्न विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान भी किया।
खास बात यह रही कि कार्यशाला के दूसरे दिन भी 115 छात्र-छात्राओं ने यूट्यूब पर सीधे प्रसारण के माध्यम से प्रतिभाग किया । तथा 100 छात्र छात्राओं ने गूगल मीट लिंक के माध्यम से कार्यशाला से सीधे जुडकर प्रतिभाग किया। गूगल फॉर्म लिंक के माध्यम से उपस्थित विद्यार्थियों का कार्यशाला के दौरान फीडबैक भी प्राप्त किया गया है। जो आईआईटी कानपुर को रिपोर्ट के रूप में प्रेषित किया जाएगा। कार्यशाला में महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ श्रद्धा गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन देकर व्याख्याता डॉ अपर्णा दीक्षित, आईआईटी कानपुर की प्रोजेक्ट एसोसिएट डॉ सुमन त्रिपाठी सहित कार्यशाला में उपस्थित डीएवी कॉलेज रुड़की की प्रोफेसर डॉ बंदिता श्रीवास्तव, डॉ दिवंगर सपाटे एवं उपस्थित सभी प्राध्यापकों एवं छात्र-छात्राओं का आभार व्यक्त किया ।
प्राचार्य नै विद्यार्थियों को लगातार 6 दिन अपने सेमेस्टर से संबंधित सत्र में प्रतिभाग करने हेतु प्रेरित किया। महाविद्यालय के बीएससी के भौतिक विज्ञान विभाग के छात्र अली रजा ने कार्यशाला को संपन्न कराने हेतु अपना महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया है। कार्यशाला का संचालन संयोजक एवं आईआईटी कानपुर वर्चुअल लैब महाविद्यालय नोडल केंद्र के कोऑर्डिनेटर डॉ संजीव राठौर ने किया।