मिली जानकारी के अनुसार आपको बताते चलें जावित्री पत्नी अमर सिंह निवासी ग्राम नगला बरन सहसवान जिला बदायूं के रहने वाली है
महिला ने प्रार्थना पत्र में आरोप लगाते हुए बताया है की नसबंदी होने के बाद महिला ने एक बेटी को जन्म दिया बेटी का नाम कंचन उर्फ संध्या है लेकिन सरकारी अस्पताल में बच्चा होने के बाद जो अस्पताल से पैसों का एक चेक मिलता है वह चेक तो महिला को दिया नही गया है
पर उसे पैसे अभी तक नहीं मिले है सहसवान अस्पताल में उर्मिला आशा ने ₹20बीस हजार प्रार्थी से नसबंदी के टाइम पर लिए थे उसके बाद ₹20बी स हजा र की और करी है मांग महिला रुपए देने में असमर्थ है आशा ने महिला से कह दिया कि हम तुम्हारे पैसे दिलवा देंगे आज तक हमारे रुपए नहीं दिलवाए है महिला मजबूर होकर तहसील दिवस में प्रार्थना पत्र दिया है।
/रविशंकर