8:21 am Friday , 31 January 2025
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काशी में प्रचार आयाम का राष्ट्रीय प्रशिक्षण – सीमा चौहान

काशी में प्रचार आयाम का राष्ट्रीय प्रशिक्षण
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“गंगा समग्र,”के दो आयामों (१गंगाश्रित २प्रचार आयाम)का अभ्यास वर्ग आज माधव सेवा प्रकल्प लोहता काशी में सम्पन्न हुआ। दोनों आयामो के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण प्राप्त हुआ।प्रचार आयाम के प्रथम सत्र में राष्ट्रीय संगठन मंत्री माननीय रामाशीष जी,संयुक्त महामंत्री ,कोषाध्यक्ष ललित जी,प्रचार आयाम के राष्ट्रीय संयोजक अरुण जी,राष्ट्रीय मंत्री अवधेश का पाथेय प्राप्त हुआ। आयामों पर विशेष सक्रियता से काम करके अविरल गंगा! निर्मल गंगा के संकल्प को पूर्ण करने का आह्वान किया।
रामाशीष जी ने कहा अब प्रचार का युग है ,जो कार्य हम सब कर रहें हैं उस पर पूर्ण ज्ञान होना,उस पर क्रमबद्ध योजना बनाना,उसे विशिष्ठ तरीके से समाज के सामने प्रस्तुत करना आज की आवश्यकता हैं।हमें डिजीटल मीडिया प्रमुख,इलैक्ट्रानिक मीडिया प्रमुख,सोशल मीडिया प्रमुख,विषय वस्तुप्रमुख ,पत्रिका प्रमुख इस प्रकार पाँच लोगों का प्रचार आयाम में गठन करना है।संगठनात्मक विचार, भाषा शैली का उचित चयन,छाया चित्र का स्पष्ट स्वरूप, पत्रिका हेतु विज्ञापन, तकनीकी जानकारी,संक्षिप्त और विषय परक प्रचार की महत्वपूर्ण चर्चा करी।
पुस्तक का वितरण किसको,कैसे,और कब इस पर विस्तार से प्रकाश डाला।हमारी त्रैमासिक पत्रिका गंगासमग्र , राष्ट्र भर के कार्यों को संलग्न करती ही है साथ ही गंगा व अन्य नदियों पर करे गये शोध और चिंतन प्रकाशित कर जन जन तक गंगा के ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक ज्ञान, विज्ञान , और दर्शन की पहुंचाने का सशक्त माध्यम हैं अत: पत्रिका का वितरण उचित योजनानुसार करें।सामाजिक कार्यालय तथा समविचार संगठनों तक पत्रिका पहुँचायें।
अखबार में खबर प्रकाशित कराने के लिए सभी राष्ट्रीय, पाक्षिक, साप्ताहिक, लोकल,अखबारों के कार्यालय पर संपर्क करना,आमंत्रित करना,कार्यक्रम में मीडिया डैस्क बनाना,शिष्टाचार का पूर्ण ध्यान रखना आदि पर गंगासमग्र के कार्यकर्ताओं को जानकारी दी।
राष्ट्रीय मंत्री अवधेश जी ने कहा इलैक्ट्रानिक मीडिया और सोशल मीडिया के द्वारा गंगासमग्र के कार्य समाज तक सकारात्मक स्वरूप में पहुँच सके इसके लिए हमें कार्यक्रमों के स्वरूप, भाव,स्वभाव सभी पर ध्यान केन्द्रित करना होगा।कार्यक्रम भव्य व दिव्य हो और चैनल के माध्यम से समाज को जागरूक कर सके ,माँ गंगे की धरा व वातावरण पावन बना रहे हमारे समाचार सभी तक पहुंचे तो हमें मीडिया के साथियों का सहयोग लेना पडेंगा ,उनसे संपर्क बनाना हैं और संगठन की जानकारी भी उन तक पहुँचाई जाए, किसी भी कार्यक्रम को करने से लगभग दस दिन पूर्व चैनल व समाचारपत्र के कार्यालयों में सूचना पहुंचायें ,और अपने कार्यक्रमों में उनकी उपस्थित सुनिश्चित करायें।
इस तरह प्रचार आयाम के अभ्यास वर्ग में प्रचार की राष्ट्रीय ,प्रांतीय व जिले की पाँच पाँच सदस्यों की टोली बनाए और सभी प्रचार के माध्यमों को ध्यान में रखकर गंगासमग्र के कार्यों को मजबूत करें।
प्रचार आयाम के अभ्यास वर्ग में काशी प्रांत प्रचारक रमेश जी का आगमन हुआ उन्होने कहा कि सौभाग्य तो मेरा हैकि देश भर से गंगासमग्र का कार्य करने वाले भैया भगिनी का स्वागत करने का अवसर मिला व गंगासमग्र की व्यापकता का स्वरूप देखने को मिला आप सभी गंगा के प्रति भाव जागरण के लिए लगे हुए हैं,गंगा के लिए कार्य करना भारत को सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रुप से मजबूत बनाना है। वर्तमान में गंगा पर कई शोधकार्य और चिंतन देश भर में होना गंगासमग्र के प्रयास का परिणाम है।गंगासमग्र में नये नये आयाम का गठन गहन चिंतन का परिणाम है,जिससे संगठनात्मक विस्तार हुआ। हम सभी अपने भाव,सामर्थ्य और शक्ति,बुद्धि से कार्य कर रहें हैं,बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद आप सभी के साथ है गंगासमग्र के संगठन को गति देने के लिए हम सभी संकल्पबद्ध है।
प्रचार आयाम के अंतिम सत्र में देश भर से आए हुए प्रचार आयाम के सदस्यों ने पूरे सत्र को अपनी लेखनी से लिपिबद्ध कर समाचार बनाकर अवधेश जी को दिया जो अनूठा प्रयोग रहा।