** साप्ताहिक सत्संग
*माता पिता भगवान के समान होते है : आचार्य संजीव रूप*
बिल्सी, तहसील क्षेत्र के यज्ञ तीर्थ गुधनी में स्थित आर्य समाज मंदिर में साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया। इस अवसर पर यजुर्वेद के मत्रों से यज्ञ किया गया तथा वेद मंत्रों के अर्थ का वाचन किया गया। इस अवसर पर वैदिक विदुषी कु० तृप्ति शास्त्री ने कहा “हमें समाज में फैली कुरीतियों को प्रथाओं को दूर करने के लिए वेद का वर्कर बनना जरूरी है इसके लिए आवश्यक है कि पहले हम खुद वैदिक विचारों को औषधि रूप में ग्रहण कर तथा औरों को भी ग्रहण कराएं अंतर्राष्ट्रीय वैदिक विद्वान आचार्य संजीव रूप ने कहा कि ” कहा माता-पिता भगवान के समान होते हैं, इनका सदा सम्मान करना चाहिए । प्रतिदिन घर में हवन करना चाहिए, विद्वानों का सत्कार करना चाहिए, दीन दुखियों कमजोरों की सहायता करनी चाहिए, अच्छे कामों में दान करना चाहिए । इस अवसर पर आर्य संस्कारशाला गुरुकुल के बच्चे तथा कुमारी मोना आर्य, ईशा आर्य, तान्या रानी, भावना रानी, श्रीमती मुन्नी देवी, श्रीमती मिथिलेश आदि मौजूद रहे