2:16 pm Friday , 31 January 2025
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भागवत कथा सुनने से सुख,शांति और अंत में मुक्ति मिलती है

भागवत कथा सुनने से सुख,शांति और अंत में मुक्ति मिलती है

बिल्सी में भागवत कथा का तीसरा दिन

बिल्सी। नगर के बाईपास मार्ग स्थित दुर्गानगर कॉलोनी में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन कथावाचक इंद्रपाल शर्मा ने कहा कि बुरे काम का बुरा नतीजा ना मानो तो करके देखो। जैसे गोकर्ण भगवत भक्त थे और उनका भाई धुंधकारी अधर्मी था जो वैश्याओं के साथ रमण करता था। अंतत: वैश्याओं ने उसका सब कुछ लूट लिया और एक दिन उसकी हत्या कर दी। धुंधकारी की अकाल मृत्यु होने के कारण प्रेत योनि में गया। भाई गोकर्ण ने प्रेत योनि से मुक्ति दिलाने के लिये सूर्य भगवान के बताये सूत्र पर श्रीमदभागवत कथा का आयोजन किया और भाई धुंधकारी को कथा सुनायी जिसके श्रवण से धुंधकारी को प्रेत योनि से मुक्ति मिली। इस कथानक से स्पष्ट है कि कर्म, धर्म मनुष्य को संयमित और वेद रीति नीति से करना चाहिये और भाई से रंजिश नहीं करना चाहिये आखिर में भाई ही भाई के काम आता है। उन्होने कहा कि धुंधकारी की प्रेत आत्मा का आहवान कर उसे पुराण सुनायी जिससे उसकी मुक्ति हुई और वह श्रीहरि के धाम गया। उन्होंने कहा कि श्रीमदभागवत महापुराण को नियमित नियम संयम पूर्वक सुनने से जीव को सुख शांति और अंत में मुक्ति प्राप्त होती है। कथावाचक ने अन्य प्रसंगों को सुनाया। इस मौके पर कांतीदेवी, मुन्ना सिंह चौहान, दीपक चौहान, राहुल वाष्र्णेय, रचना वाष्र्णेय, छाया देवी, लतादेवी चौहान, प्रतीक चौहान आदि मौजूद रहे।