नगर का रोडवेज बस स्टैंड करीब डेढ़ दशक से उपेक्षा के कारण बेबस हो गया है। जो एक बाइक स्टैंड बन गया है।
सहसवान। निष्प्रयोज्य होने के कारण बिल्डिंग खंडहर में तब्दील हो चुकी है। इस कारण रोडवेज की बसें यहां न आकर हाईवे से ही गुजर जाती हैं। इससे रात में बाहर से आने वाले यात्रियों खासकर महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। दिल्ली, बदायूं, बरेली आदि स्थानों से सामान लाने वाले नगर के व्यापारियों को भी काफी मुश्किल होती है।
सहसवान में रोडवेज बस स्टैंड का निर्माण वर्ष 1962 में कराया गया था तब यहां स्टेशन इंचार्ज, लिपिक, चौकीदार की तैनाती थी तो कैंटीन की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई। साल 2000 तक स्टैंड की हालत ठीक रही। उस समय न केवल दिल्ली और बदायूं जाने वाली बसें स्टैंड पर होकर जाती थीं, बल्कि यहां से मुरादाबाद, अलीगढ़, रामपुर आदि स्थानों के लिए भी बसों का संचालन होता था। धीरे-धीरे बस स्टैंड की हालत खस्ता होती चली गई। पहले यहां से बसों का संचालन बंद हुआ, उसके बाद दिल्ली-बदायूं जाने वाली बसें भी स्टैंड पर आना बंद हो गईं तब से बस स्टैंड खंडहर बना पड़ा है। हाल ये है कि शाम होते ही यहां नशेड़ियों और जुआरियों का जमावड़ा लगने लगता है। पिछले करीब 10 सालों से नगर के लोगों के साथ साथ स्थानीय नेताओं और समाजसेवियों की ओर से कई बार इस समस्या को उठाया गया लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला और आज भी हालात जस के तस बने हुए हैं।
Ravi …..