*उझानी का पटाख़ा प्रकरण ? अपना काम बनता भाड़ में जाऐ जनता।************************उझानी में पटाखों के गोदाम पर छापेमारी,दो दिन बाद भी कोई कार्रवाई न।****************************पटाखों के शोर मे दब गया गोदाम का सच।**************/उझानी बदायूं 6 नवंबर। नगर में 4 तारीख को संजरपुर रोड पर रिहायशी इलाके के अवैध गोदाम में मिली लाखों की आतिशबाजी के बाद भी अग्निशमन अधिकारी ओर स्थानीय पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं कर यह जता दिया कि अपना काम बनता भाड़ में जाऐ जनता। ज्ञात रहे कि दो दिन पहले अग्निशमन विभाग के सीएफओ रामराजा यादव, एसओजी प्रभारी धर्वेन्द सिंह व इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह ने साथ मिलकर बसोमा रोड, कछलारोड,ओर संजरपुर रोड पर आतिशबाजी के थोक कारोबारीयों के प्रतिष्ठान चेक किऐ। जिसमें संजरपुर रोड पर गोदाम में लाखों की आतिशबाजी मिलने के बाद भी आज तक कोई कार्यवाही ना कर अपनी विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया। कम से कम अधिकारियों को रिहायशी इलाकों में हो रही पटाखों की बिक्री पर तो गोर करना चाहिए। पुलिस ओर अग्निशमन अधिकारीयों ने उसे भी नजरंदाज कर दिया। अगर कोई हादसा हो तो जिम्मेदारी किस की है। इस बाबत पूछने पर कोतवाली प्रभारी मनोज कुमार सिंह का कहना है कि थोक पटाखे बिक्रेता के पास सब कुछ सही है। तो कार्रवाई किस आधार पर करें। लगता है पटाखों के गोदाम का सच पटाखों के शोर मे ही गुम हो गया।