उझानी में पटाख़ा कारोबारियों के गोदाम पर एसओजी, अग्निशमन सीओ का छापा, लाखों की आतिशबाजी मिली।****रूटीन स्टाक चेकिंग बता रहे हैं अधिकारी।****संजरपुर रोड के गोदाम पर लाखों की आतिशबाजी, गोदाम का ताला लगाकर चाबी ले गये इंस्पेक्टर।***-** सीओ, एसडीएम,व इंस्पेक्टर एक दूसरे पर डाल रहे जबाबदेही।***** रिहायशी इलाकों में ही है पटाखों के बिक्री केंद्र व गोदाम।******उझानी बदायूं 4 नवंबर। दीपावली नजदीक आते ही आज एसओजी टीम के साथ अग्निशमन विभाग के सीओ ने नगर के लाईसेंस धारक पटाखों के कारोबारियों के गोदामों पर छापा मारकर स्टाक चेकिंग अभियान चलाया। संजरपुर रोड पर एक बडे गोदाम में भारी मात्रा में पटाखे मिलने पर गोदाम का ताला लगा कर अधिकारी चाबी अपने साथ ले गये। कार्यवाही की बाबत पूछने पर कोई भी कुछ बताने को तैयार नहीं। नगर में तीनों पटाखों के कारोबारियों के गोदाम
रिहायशी इलाकों में ही चलते नजर आऐ। इसमें सबसे ज्यादा दोषी वह अग्निशमन अधिकारी हैं जो लाईसेंस रिन्यू करते वक्त सर्वे करके गया हो। भारत सरकार के विस्फोटक अधिनियम की पहली शर्त है कि पटाखा गोदाम रिहायशी इलाके से अलग होना चाहिए। आज सबसे पहले अग्निशमन विभाग ओर एसओजी की टीम ने बसोमा रोड पर नवल भाया के पटाखे के गोदाम को चेक किया। फिर टीम कछला रोड पर दूल्हे आतिशबाज के प्रतिष्ठान पर पहुंची ओर सुरक्षा के इंतजाम को चेक किया। दोनों पटाखों के लाईसेंस धारकों को चैक करने के बाद टीम ने संजरपुर रोड पर पारसमणी वार्ष्णेय के गोदाम पर छापा मारा। पटाखे बिक्री करने की जगह से हटकर थोडा आगे बढकर एक बडा गोदाम मिलने पर ताला खुलवाकर देखा तो वहां भारी मात्रा में लाखों के पटाखे मिलने पर गोदाम का ताला लगाकर चाबी इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह साथ ले गये। रिहायशी इलाके के नजदीक ही पटाखों की बिक्री ओर गोदाम के बारे में पूछने पर अधिकारियों ने चुप्पी साध ली। वही कार्यवाही के बारे में पूछने पर कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं।लगता है जैसे सब कुछ ओके है। वही एक अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि रूटीन स्टाक चेकिंग है। राजेश वार्ष्णेय एमके