7:20 am Friday , 31 January 2025
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जो भगवान का भजन न कर सके,वह सबसे बड़ा भाग्यहीन

जो भगवान का भजन न कर सके,वह सबसे बड़ा भाग्यहीन है

बिल्सी के सतेती गांव में भागवत कथा का दूसरा दिन

बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गांव सतेती स्थित होली चौक पर भगवानदास मंदिर चल रही संगीतमय श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के दूसरे दिन कथाव्यास स्वामी श्री गोपालाचार्य जी महाराज ने कहा कि संसार में भगवान कृष्ण ही सृष्टि का सृजन, पालन और संहार करते हैं। भगवान के चरणों में जितना समय बीत जाए उतना अच्छा है। इस संसार में एक-एक पल बहुत ही कीमती है। जो बीत गया सो बीत गया। इसलिए जीवन को व्यर्थ में बर्बाद नहीं करना चाहिए। भगवान द्वारा प्रदान किए गए जीवन को भगवान के साथ और भगवान के सत्संग में ही व्यतीत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भागवत प्रश्न से प्रारंभ होती है और पहला ही प्रश्न है कि कलयुग के प्राणी का कल्याण कैसे होगा। इसमें सतयुग, त्रेता और द्वापर युग की चर्चा ही नहीं की गई है। ऐसे में यह प्रश्न उठता है कि बार-बार यही चर्चा क्यों की जाती है, अन्य किसी की क्यों नहीं। इसके कई कारण हैं जैसे अल्प आयु, भाग्यहीन और रोगी। इसलिए इस संसार में जो भगवान का भजन न कर सके, वह सबसे बड़ा भाग्यहीन है। भगवान इस धरती पर बार-बार इसलिए आते हैं ताकि हम कलयुग में उनकी कथाओं में आनंद ले सकें और कथाओं के माध्यम से अपना चित्त शुद्ध कर सकें। इस मौके पर गांव के काफी लोग मौजूद रहे।