करक चतुर्थी पर बरसेगी मां पार्वती की कृपा ज्योतिषाचार्य राजेश कुमार शर्मा
आध्यात्मिक दृष्टि से सनातन धर्म में अनेकों प्रकार के पर्व होते हैं उनमें करवा चौथ का विशेष महत्व है। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्रत रखती हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर बर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत रखा जाता है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद अपने व्रत को खोलती हैं।
जानते हैं ज्योतिषाचार्य राजेश कुमार शर्मा से कब है करवा चौथ, इसके साथ ही जानें शुभ मुहूर्त और महत्व।
करवा चौथ
हिंदू पंचांग के अनुसार, चतुर्थी तिथि 31 अक्टूबर को रात 09 बजकर 30 मिनट पर प्रारंभ होगी, जो 01 नवंबर को रात 09 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगी।
उदया तिथि के अनुसार, करवा चौथ व्रत 01 नवंबर 2023 बुधवार को रखा जाएगा।
करवा चौथ शुभ मुहूर्त
करवा चौथ पूजा मुहूर्त- शाम 05 बजकर 35 मिनट से 06 बजकर 55 मिनट तक।
अमृत काल : शाम 07 बजकर 34 मिनट से 09 बजकर 13 मिनट तक।
करवा चौथ महत्व
करवा चौथ सुहागिन महिलाओं के लिए काफी खास होता है। इस दिन विवाहित महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और अपने पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं।
करवा चौथ को देवी पार्वती के साथ शिव जी की विधिवत पूजा की जाती है।
इस दिन सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करके पति के लिए व्रत रखती हैं और शाम को चांद देखने के बाद पानी पीकर अपने व्रत को खोलती है।
चंद्र उदय समय
बदायूं रात्रि 8:08 पर
बरेली रात्रि 8:06 पर
राजेश कुमार शर्मा ज्योतिषाचार्य
9058810022