साहूकारा मौहल्ले में रावण का मंदिर है जहां पर रावण की रोज पूजा होती है और दशहरा के पर्व पर रावण की विशेष पूजा अर्चना की जाती है रावण का मंदिर बहुत ही प्राचीन है।
कहा जाता है कि100 वर्षों से भी अधिक पुराना मंदिर है।
वहीं रावण के मंदिर में एक तरफ विष्णु भगवान तथा अन्य देवी देवताओं की भी मूर्ति विराजमान है।
मंदिर की पुजारिन रश्मि शर्मा का कहना है कि यहां बहुत ही दूर-दूर से लोग पूजा करने आते हैं और जो भी अपनी मनोकामना मांगते हैं उनकी मनोकामना पूर्ण होती है और उसके बाद वह लोग यहां प्रसाद चढ़ा कर जाते हैं।
ऐसी मान्यता है कि जिस किसी के शादी न हो रही हो या फिर किसी के बच्चे न हो रहे हो तो वह यहां पर पूजा कर ले तो उसकी मनोकामना पूरी हो जाती है।
मंगलवार को दशहरे के पर्व पर रावण के मंदिर में पूजा करने वाले भक्तों की भीड़ देखी जा सकती है।
सौरभ शंखधार