1:40 pm Tuesday , 29 April 2025
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विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार और अनियमितता के विरुद्ध विद्यार्थी परिषद ने कुलपति का पुतला जलाया

महात्मा ज्योतिबा फूले रोहिलखंड विश्वविद्यालय बरेली में व्याप्त विभिन्न प्रकार की अनियमितताओं एवं भ्रष्टाचार के विरुद्ध बदायूं के छात्र आंदोलित हो गए। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा नेहरू मेमोरियल शिवनारायण दास कॉलेज के गेट पर कुलपति का पुतला दहन कर नारेबाजी करते हुए विरोध जताया गया तथा छात्रों की समस्याओं की निराकरण के लिए विश्वविद्यालय को मांग पत्र प्रेषित किया गया।
आंदोलनकारी अभाविप कार्यकर्ताओं ने कहा कि विश्वविद्यालय में व्याप्त अराजकता और भ्रष्टाचार के विरुद्ध विद्यार्थी परिषद पिछले 2 वर्ष से संघर्षरत है किंतु विश्वविद्यालय प्रशासन अभी भी उदासीनता की चादर ओड़कर भ्रष्टाचार में लिप्त होकर गहरी नीद में सोया हुआ है। छात्रों की समस्या समाधान की दिशा में कोई कार्य नहीं हो रहा है |
पुतला दहन के बाद अभाविप के कार्यकर्ताओ ने पत्र प्रेषित कर विश्विद्यालय प्रशासन और कुलपति से बहुत सारे प्रश्न पूछे। जवाब नहीं मिलने पर व्यापक स्तर पर आंदोलन करने की चेतावनी दिया।
पत्र प्रेषित कर पूछा गया कि विश्वविद्यालय से विभिन्न प्रकार के डिप्लोमा कोर्स संचालित किया जा रहा है परन्तु न तो उनकी कक्षाओं का पता है न ही फैकल्टी का डिप्लोमा में कब और किस आधार पर नियुक्तिया हुई है। उसकी ऑनलाइन जानकारी उपलब्ध कराई जाये।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की क्रियान्वयन के क्रम में विश्वविद्यालय ने सेमेस्टर प्रणाली लागू की परन्तु परीक्षा शुल्क की ओर धयान न देते हुए दोहरा परीक्षा शुल्क लिया जा रहा।
विश्विद्यालय में कार्यरत परीक्षा एजेंसी की मिलीभगत से करोड़ों रूपए खर्च किया जा रहा है जब की विश्विद्यालय में कर्मचारी और कंप्यूटर उपलब्ध है परन्तु कमीशनखोरी के लिए एजेंसी से कार्य कराया जा रहा है।
विश्वविद्यालय के जिन विभागों में छात्र संख्या नहीं है उन के प्रोफेसर नियुक्त किये जा रहे है। प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर की नियुक्तियों की जाँच कराई जाये, जिससे कि नियुक्तियों में हुए भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हो सके।
परीक्षा एजेंसी द्वारा छात्रों के गलत परीक्षा परिणाम घोषित किये जाते है शिकायत के बाबजूद कुलपति द्वारा एजेंसी पर कोई कार्यवाही नही की जाती है।
विश्वविद्यालय में शैक्षिक कलैंडर का पालन नहीं हो रहा है जिस से न तो परीक्षा परिणाम का पता चल रहा है न ही प्रवेश का।
बीएएमएस परीक्षा परिणाम में चार्ट बदलने की घटना और दोषियों को साठ गांठ के चलते कोई कार्यवाही नहीं की गयी जिसमे बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार की आशंका है।
विश्वविद्यालय में तैनात सुरक्षा कर्मियों को तय वेतन से 60 से 70% तक दिया जाता है। 40% वेतन कौन ले रहा है।
पी एच् डी 2021 प्रवेश में घोटाला करते हुए विश्वविद्यालय ने अपने चहेते लोगो को प्रवेश दे दिया गया। पी एच् डी प्रवेश 2021 घोटाले की जाँच की जाये।
जब विश्वविद्यालय में शिक्षक संघ के चुनवा हो सकते है तो छात्र संघ के चुनाव क्यों नहीं।
सुरक्षा प्रभारी का दायित्व किस नियम से तय किया है एवं उन का कार्य क्या है और कितने समय के लिए एक व्यक्ति किस नियम के तहत सुरक्षा प्रभारी बनाया जाता है विश्वविद्यालय स्पष्ट करे |
चीफ प्रॉक्टर प्रो ए के सिंह को विश्वविद्यालय द्वारा उसी परीक्षा केंद्र का प्रभारी बनाया गया है जिसमें उनकी खुद की बेटी की कापियां थी।
विश्वविद्यालय में लोकपाल की नियुक्ति किस नीतिगत आधार पर की गई। अब तक कितनी धनराशि लोकपाल के लिए किस मद के तहत उपलब्ध की गयी है, और लोकपाल द्वारा कितनी समस्याओं का समाधान किया गया।
राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य अंकित पटेल ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आन्दोलन कर विश्वविद्यालय के काले कारनामों को उजागर करते हुए पोल खोल आन्दोलन कर धरना प्रदर्शन किया जायेगा| जिससे कि छात्र छात्राओं की समस्याओं का समाधान हो सके । पटेल ने कहा कि कुलपति के अड़ियल रवैए के कारण विद्यार्थियों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
विभाग छात्रा प्रमुख पायल गिहार ने कहा कि नियुक्तियों में हुए भ्रष्ट्राचार पर विद्यार्थी परिषद उत्तर प्रदेश शासन एवं कुलाधिपति को अवगत कराएगी। इस अवसर पर जिला सहसंयोजक धर्मेन्द्र प्रताप, जिला संगठन मंत्री विवेक जादौन, तहसील संयोजक अमन सक्सेना ,जिला सेवा कार्य संयोजक गोविंद शर्मा,हिमांशु मिश्रा,अमन सक्सेना ,कोमल मिश्रा,अजय रस्तोगी, कमलकान्त, मीनाक्षी,आदि उपस्थित रहे।