*उझानी,नगर व देहात में बुखार, डेंगू बेकाबू,एक युवक की मौत।*****नगर के घर घर में बुखार ओर डेंगू के पेशेन्ट, प्राईवेट चिकित्सकों से इलाज कराने को मजबूर।*****सरकारी अस्पताल खाली, वही प्राइवेट क्लीनिक फुल।**** उझानी बदायूं 9 अक्टूबर।नगर व देहात क्षेत्र में बुखार व डेंगू ने कहर बरपाया हुआ है। रोज कहीं ना कहीं से डेंगू, बुखार, से मौत की खबर आती रहती है।आज एक सप्ताह इलाज के बाद भी श्री नारायण गंज इलाके के 25 बर्षीय सत्यम पुत्र सुभाष चन्द्र की बरेली के प्राइवेट हास्पीटल में मौत हो गई। ऐसा नहीं कि सत्यम पहला डेंगू पेशेन्ट है। आऐ दिन बुखार से मोत की खबरें आती रहती है। सुभाष चंद्र ने बताया कि एक सप्ताह पहले बुखार आने पर नगर के प्राइवेट हास्पीटल में तीन दिन इलाज चला। डेंगू की पुष्टि होने पर बरेली ले गये वहां भी तीन दिन इलाज के दौरान कल रात सत्यम ने दम तोड दिया। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। नगर के मिल कंपाउंड, साहूकारा, रामलीला नगला, नझियाई,श्री नारायण गंज,मिल कालोनी में भी जानलेवा बुखार ओर डेंगू के घर घर पेशेन्ट मिल रहे हैं। सरकारी अस्पताल पर लोगों का विश्वास नहीं है। इसलिए प्राइवेट चिकित्सकों से इलाज कराने को लोग मजबूर हैं। बेसे भी स्वास्थ्य विभाग डेंगू को नकार चुका है जबकि रोजाना डेंगू बुखार से मौतें हो रही है।****नगर में फेले डेंगू ओर बुखार को नगर पालिका भी जिम्मेदार।****चिकित्सकों का कहना है कि बुखार ओर डेंगू का मच्छर गंदगी में पनपता है। इसके लिए नालियों की सफाई,समय समय पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव,कूलर के पानी में लार्वा को नष्ट करने से बुखार व डेंगू पर काबू पाया जा सकता है। लेकिन नगर पालिका की सफाई व्यवस्था चौपट हे दवा का छिड़काव भी हफ्तों बाद होता है।अगर नगर पालिका समय से जाग जाए,तो नगर में होने वाली डेंगू व बुखार से होने वाली मौतों पर कुछ हद तक काबू पाया जा सकता है।****। राजेश वार्ष्णेय एम के