2:38 pm Friday , 31 January 2025
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सालारपुर क्षेत्र के अन्नदाताओं ने गन्ना विभाग के अधिकारियों एवं बाहरी चीनी मिल के खिलाफ किया प्रदर्शन

सालारपुर क्षेत्र के अन्नदाताओं ने गन्ना विभाग के अधिकारियों एवं बाहरी चीनी मिल के खिलाफ किया प्रदर्शन,अपने जिले का गन्ना अपने जिले की चीनी मिल को जाए
बदायूं/सालारपुर। विकासखंड सालारपुर क्षेत्र के अन्नदाताओं का लम्बें समय से चल रहा गन्ना किसानों का संघर्ष।क्षेत्र के गन्ना किसानों का कहना है की अपने जिले का गन्ना अपने जिले की चीनी मिल जाए। और गन्ने खरीद की‌ सीजन शुरू होने वाली है।लेकिन विकासखंड सालारपुर क्षेत्र के एक गांव गन्ना के किसानों ने प्रदर्शन करते हुए नाराजगी जताते हुए कहा है।की गन्ना माफियाओं को संरक्षण देने वाली हमारे जिले से हर बर्ष एक बाहरी चीनी मिल गन्ना खरीद करके ले जाती है। जिसका गन्ना किसानों ने काफी लंबे समय से विरोध करते हुए गन्ना आयुक्त से लेकर जिले के गन्ने केअधिकारियों से लिखित शिकायत करते हुए। कहा की जिले की बाहरी चीनी मिल का विकासखंड सालापुर क्षेत्र में आवाला रोड एक गन्ना क्रय केंद्र नहीं खुलवाने की मांग की है। और गन्ना किसानों का कहना है कि इस बाहरी चीनी मिल ने अभी तक हमारा गन्ने का बकाया भुगतान न नहीं किया है। और नाराज गन्ना किसानों ने कई बार जिले के गन्ना विभाग के अधिकारियों एवं शासन को भी लिखित शिकायत की है। जिसमें जिले में सबसे ज्यादा विकासखंड सालारपुर क्षेत्र के कई गांवों की समस्या का जाल बढ़ता चला जा रहा है।लेकिन हार खाकर गुस्साओं गन्ना किसानों ने प्रदर्शन करते हुए बताया है कि जिले से एक बाहरी चीनी मिल का गन्ना देने को बहिष्कार करते हुए बताया है। कि समय पर गन्ना भुगतान न होने पर एवं इस बाहरी चीनी मिल के गन्ना क्रय केंद्रों पर गन्ना माफियाओं का बोल वाला रहता है। एवं गन्ना उठान की व्यवस्था सही नहीं रहती है।और बाहरी चीनी मिल का विकासखंड सालारपुर क्षेत्र में एक गन्ना क्रय केंद्र हुसैनपुर जो बावट गांव से करीब छः किलो मीटर की दूरी पर है। इसलिए जिस कारण जिले से बाहरी चीनी मिल के गन्ना किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए जिले से बाहरी चीनी मिल का गन्ना क्रय केंद्र को न लगवाने में गन्ना किसानों को काफी राहत मिलेगी।और गन्ना किसानों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। विकासखंड सालारपुर क्षेत्र के गांवों के गन्ना किसानों ने राजनेताओं एवं गन्ना अधिकारियों से मिलकर अपनी गुहार लगाते हुए। एवं गन्ना किसानों ने शुक्रवार को गांव में प्रदर्शन करते हुए अवगत कराया है। हमारे जिले का गन्ना हमारी जिले कि यदु शुगर मिल बिसौली को जाए। जो जिले से एक बाहरी चीनी मिल राणा शुगर मिल करीमगंज शाहाबाद के द्वारा अभी तक गन्ने का वकाया भुगतान नहीं किया गया है।जो इस उसी चीनी मिल का गन्ना क्रय केंद्र कुछ दिनों बाद लगने वाला है।जो क्षेत्र के कुछ गन्ना किसानों का कहना है हमारे जिले की एक बाहरी चीनी मिल के एक गन्ना क्रय केंद्र पर चिन्हित गन्ना माफियाओं का जमावड़ा एवं बोलबला रहता है। उन चिन्हित गन्ना माफियाओं का गन्ना बी केंन के द्वारा माफियाओं का गन्ना भेज दिया जाता है।और किसानों की गन्ना क्रय केंद्र पर गन्ने से लदी ट्रालियां खड़ी रहती हैं और किसानों का गन्ना सूखता रहता है।जहां किसानों को गन्ना बेचने में काफी नुकसान होता है। यह सभी गन्ना किसान यदु शुगर मिल के लिए गन्ना देने के लिए इच्छुक हैं। गुस्साए गन्ना किसानों ने इस समस्या को चिन्हित करते हुए गन्ना आयुक्त के पास पहुंचकर पत्र लिखते हुए कई अवगत कराया है। और किसानों को समस्या का समाधान करने के लिए आश्वासन दिया आता है लेकिन आज तक किसने की समस्या का समाधान नहीं किया गया है।शिकायतकर्ता किसान।होराम सिंह यादव, हरिनंदन , पुष्पेंद्र, धर्मेंद्र सिंह उर्फ वीरपाल सिंह, बृजपाल यादव, नरोत्तम सिंह, ओमेंद्र पटेल, पवन पटेल, राजवीर सिंह, रामसेवक यादव, राकेश यादव, भूपेंद्र सिंह, बृजभान सिंह, रवि पटेल, रिंकू पटेल, पप्पू उर्फ प्रमोद कुमार, गुड्डू यादव, नवीन कुमार, परमवीर यादव, राममूर्ति सिंह, संदेश राठौर, सुनील कुमार, महेंद्र सिंह, मुनेंद्र कुमार, दर्जन भर से अधिक किसानों ने प्रदर्शन करते हुए यदु शुगर मिल के गन्ना क्रय केंद्र को खुलवाने की मांग की है।