उझानी बदायूं 2 अक्टूबर। एपीएस इंटरनेशनल स्कूल, में महात्मा गांधी की 154 वीं जयंती एवं लाल बहादुर शास्त्री की 119वीं जयंती पर उन्हें याद किया। जहाँ महात्मा गांधी सत्य व अहिंसा के पुजारी थे, वहीं लाल बहादुर शास्त्री ईमानदारी व उच्च आदर्शो के प्रतीक थे। दोनों महान विभूतियों की जयंती पर विद्यालय में कार्यक्रम का प्रारंभ ध्वजारोहण के साथ हुआ। ध्वजारोहण विद्यालय के निदेशक निलांशु अग्रवाल द्वारा किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य रविन्द्र भट्ट, उपप्रधानाचार्या मीनाक्षी शर्मा व शैक्षणिक प्रमुख वाईके सिंह उपस्थित रहे । राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देने के बाद राष्ट्रगान हुआ। महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों पर पुष्प अर्पित किए गए। आर्येन्द्र मिश्रा ने अपनी ओजस्वी आवाज में नारे लगाए। शुभांगिनी अरोरा व उनकी टीम ने ’रघुपति राघव राजा राम’ भजन प्रस्तुत किया। शिक्षक व शिक्षिकाओ ने अपने प्राचीन भारत की शौर्य गाथा व स्वच्छ भारत अभियान का भी जिक्र किया। कक्षा 3 की छात्रा स्वर्णकर्णिका ने अंग्रेजी में अपना भाषण दिया । महात्मा गाँधी व लाल बहादुर शास्त्री के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला। शुभांगिनी अरोरा व उनकी टीम ने एक बंगाली राष्ट्र भक्ति गीत ’धोनो धान्ये पुष्पे मोरा’ की मार्मिक प्रस्तुती दी। उपप्रधानाचार्या मीनाक्षी शर्मा ने लाल बहादुर शास्त्री के जीवन की घटनाओं पर प्रकाश डाला तथा परीक्षा विभाग के श्री रजनीश आजाद, रोमिल गुलाटी, लवनीश साह व रश्मि सिंह ने भी लाल बहादुर शास्त्री से जुड़े प्रेरक प्रंसग प्रस्तुत किए। श्रीमती अंशु वर्मा व श्रीमती नविता गुप्ता ने ’एक सपना सजोया बापू’ ने गाने की सुंदर प्रस्तुति दी। रोमिल गुलाटी ने लाल बहादुर शास्त्री पर कविता का वाचन किया। सागर सक्सेना ने अपनी मधुर वाणी में ’हम उस देश के वासी है, जिस देश में गंगा बहती है’ की मार्मिक अभिव्यक्ति दी। इस गीत को सुनकर सभी झूम उठे।
विद्यालय के शैक्षणिक प्रमुख श्री वाईके सिंह ने दोनों महापुरुषों के बारे में कहा कि शास्त्री जी ने अपने निश्छल, निष्कपट व्यवहार से संसार में उच्च स्थान ग्रहण किया। महात्मा गांधी के बारे में आपने कहा कि उनके विचार आज भी प्रेरणा के स्त्रोत है। भावी पीढ़ी के लिए उनके विचारों पर चलना बहुत आवश्यक है। आपने कहा कि महात्मा गाँधी का कहना था कि हमारा लक्ष्य शांति है तथा शांति के माध्यम से ही उसे प्राप्त करना है।
विद्यालय के निदेशक निलांशु अग्रवाल ने कहा कि हमें दोनों महापुरूषों के विचारों से अवगत होकर, नई पीढ़ी तक पहुचाएँ ताकि वे भी सादा जीवन, उच्च विचार व अहिंसा के पाठ को पढ़ सके। गांधी जी के स्वच्छता अभियान व स्वदेशी के विचारों से विद्यार्थियों को अवगत कराना है। उन्होंने विद्यार्थियों के बहुमुखी विकास में अध्यापक की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य रविंद्र भट्ट ने प्रबंध तंत्र व सभी को महापुरुषों के जन्म दिन की बधाई दी। आपने कहा कि हम शिक्षक ही छात्र के रोल मॉडल है। हमें विद्यार्थियों को वह आकार देनी है जिससे वे हर क्षेत्र में अग्रणी रहें तथा अपने अध्यापक को याद रखें। हमें उन्हें एक अच्छा नागरिक बनाना है। आज के कार्यक्रम का संचालक इफ्तिखार हुसैन ने किया । कला व क्राफ्ट विभाग की रचना यादव, मनोज सक्सेना अंकिता सिंह का योगदान रहा। इस अवसर पर विवेक सिंह, चांद मोहम्मद, बृजेश यादव सुनील गोयल का भी योगदान रहा।
राजेश वार्ष्णेय एम के