उसावां-बदायूँ। नगर में धूमधाम से गणेश चतुर्थी के दिन श्रद्धालुओं द्वारा श्री गणेश भगवान की प्रतिमा जयकारों के साथ जनपद बदायूँ के अटैना गंगा घाट में विसर्जन किया। गणेश चतुर्थी को लेकर श्रद्धालुओं में बड़ी संख्या में उत्साह देखने को मिला। नगर के बीचोबीच लक्कड़ दास हनुमान बाबा खाटू श्याम शिव मंदिर में स्थापित किया और बहुत बडी संख्या में श्रद्धालुओं ने गणपति बप्पा की मूर्ति का गंगा के बहते जल में विसर्जन किया।
*जयकारों के साथ किया भगवान गणेश की प्रतिमा का विसर्जन*
वहीं नगर के वार्ड नंबर 9 के मोहल्ला वासियों ने पहला गणेश महोत्सव एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर बड़े उत्साह पूर्वक मनाया। नगर में हर वर्ष की भांति इस वर्ष नगर स्थित प्राचीन लक्कड़ दास हनुमान बाबा खाटू श्याम शिव मंदिर में ही बीते 19 सितंबर को श्री गणेश जी की मूर्ति स्थापित की गई थी। हर रोज सुबह शाम साढे सात से 8 के बीच पूजा अर्चना की जाती है। मूर्ति स्थापना के 10 दिन बाद गुरुवार को जनपद बदायूं के थाना उसहैत के अटेना घाट गंगा में बहते पानी में भगवान श्री गणेश की प्रतिमा का जयकारों के साथ विसर्जन किया। उसके बाद सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया। श्रद्धालुओं ने डीजे पर गणपति बप्पा मोरया का सोंग लगाकर खूब मनोरंजन किया व एक दूसरे को रंग लगाकर खुशी मनाई। मंदिर के प्रमुख सेवादार राम गोपाल गुप्ता ने बताया कि हर वर्ष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि इसी दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था। इसलिए इस पर्व को गणेश उत्सव के रूप में मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की प्रतिमा को बड़े ही धूमधाम से मन्दिर में लाया जाता है भगवान गणेश को इस समय में बहुत ही सुंदर वस्त्रों व विभिन्न रंगों से सजाया जाता है। उन्होंने बताया कि इस समय में भगवान गणेश की विशेष पूजा अर्चना की जाती है और उन्हें मोदक और लड्डूओं का भोग लगाया जाता है। इसके बाद अगली चतुर्थी के दिन भगवान गणेश का बड़े ही धूमधाम से विसर्जन करके उनसे प्रार्थना की जाती है कि वह अगले साल भी जल्दी आएं और अपने भक्तों को अपना आशीर्वाद प्रदान करें। उन्होंने कहा कि भगवान गणेश जहां पर भी विराजते हैं वहां धन, संपत्ति, सुख और संपदा स्वयं ही चली आती है। इस शुभ अवसर पर कस्बे से लेकर देहात तक तमाम श्रद्धालु मौजूद रहे सभी ने धूमधाम से गणेश विसर्जन का पर्व मनाया।