बदायूं नगर के ओजस्वी युवा कवि षटवदन शंखधार ने हिन्दी दिवस पर कहा कि आज हिंदी दिवस के अवसर पर हिंदी बोलने, सुनने,लिखने और समझने वाले हिंदी प्रेमियों को हिंदी दिवस की हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनाएँ
हिंदी हमारी मातृभाषा है,हमारा गौरव है,हिंदी का प्रयोग करने मे हमें शर्म नहीं गर्व महसूस करना चाहिए ।आज पूरे विश्व हम सब हिन्दी से ही पहचाने जाते हैं हिन्दी आज अपनी परिचय की मोहताज नहीं है हिन्दी के लिए सूरदास,कबीर,बिहारी, महादेवी वर्मा , मुंशी प्रेमचंद, तुलसीदास जैसे महान् आत्माओं ने हिन्दी के बल पर आज समाज में अपना स्थान बनाये हुए हैं| हमें अपने बच्चों को हिन्दी भाषा का ज्ञान अवश्य कराना चाहिए | यह हमारी अपील है |
आज हिंदी दिवस के अवसर पर आप सभी को एक मुक्तक के माध्यम से इस दिवस हम सब मना रहे हैं
सूर तुलसी कबीरा बिहारी की है
यह फकीरी की है राजदारी की है
एक हिन्दी जुबां अपनी है दोस्तों
बाकी हर एक भाषा उधारी की है