पति समेत छह लोगों के खिलाफ हुई दहेज हत्या की रिपोर्ट
डेढ़ साल पहले बिल्सी के छौलायन गांव में हुई था विवाहिता की मौत
बिल्सी। कोतवाली क्षेत्र के गांव छौलायन में करीब डेढ़ साल पहले एक विवाहित की संदिग्ध परिस्थितियों के चलते मौत हो गई थी। जिसमें अब मृतका के भाई ने कोर्ट की मदद से पति समेत छह लोगों के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसके बाद पुलिस जांच में जुट गई है। उसावां थाने के गांव नगरिया चिकन निवासी जागेश्वर पुत्र राजेन्द्र ने कोर्ट में दिए प्रार्थना पत्र में कहा है कि उसकी बहिन शीतला की शादी अब से करीब छह वर्ष पूर्व पप्पू पुत्र छविराम निवासी ग्राम छौलायन थाना बिल्सी के साथ हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार हुई थी। शादी में करीब दो लाख रुपये का दान दहेज दिया था, लेकिन बहिन का पति पप्पू, सास विमला, ससुर छविराम तथा देवर ब्रह्मचारी, सतीश व आकाश इतने दहेज से खुश नहीं थे और शादी के बाद से ही कम दहेज का ताना देकर अतिरिक्त दहेज में एक मोटर साईकिल, सोने की चैन व अंगूठी की माँग करते थे और दहेज की माँग पूरी नहीं कर पाने के कारण यह लोग मेरी बहिन के साथ मारपीट कर मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना देते थे। इतना समय बीत जाने के बाबजूद कोई बच्चा पैदा नहीं हुआ तो बहिन को बॉझ कहकर मानसिक व शारीरिक कष्ट देते रहते थे। इन लोगों ने कई बार दहेज की खातिर व बच्चे पैदा न होने की बजह से मारपीट कर घर से निकाला, लेकिन हम लोग समझा बुझाकर ससुराल भेज देते थे। अब से करीब एक साल पहले इन लोगों ने शीतला को मारपीट कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया था, तब पुलिस पप्पू व छविराम को पकड़कर थाने ले गई थी। लेकिन हम लोगों ने बहिन के भविष्य की खातिर समझौता कर पुनः ससुराल भेज दिया था। बीती 11 अप्रेल 2022 को समय करीब साढ़े 12 बजे दोपहर उसी गाँव में रहने वाली बड़ी बहिन विजनेश ने सूचना दी कि ससुराल वालों ने शीतला को बुरी तरह मारपीटा व गला दबाकर हत्या कर दी है। इस सूचना पर मैं अपनी मॉ राजवेटी, पत्नी कुसुमा देवी, पूर्व प्रधान पुत्तू लाल शीतला की ससुराल पहुँचे तो देखा कि शीतला की लाश चारपाई पर पड़ी है, उसके गले व शरीर में कई जगह चोटों के निशान हैं तथा ससुराल वाले घर से फरार थे। इससे स्पष्ट हो गया है कि उपरोक्त सभी लोगों ने बच्चा पैदा न होने व दहेज की माँग पूरी न कर पाने के कारण मेरी बहिन की निर्मम हत्या कर दी है। मैंने इस घटना की लिखित शिकायत उसी दिन थाना बिल्सी में दी थी। तब थानाध्यक्ष ने कहा कि पोस्ट मार्टम के बाद रिपोर्ट लिखी जायेगी। थानाध्यक्ष का व्यवहार शुरू से ही मुल्जिमानों को बचाने का रहा है। उसके बाद कई शिकायतें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बदायूँ सहित उच्च अधिकारियो को दे चुका हूँ लेकिन आज तक कोई काईवाई नहीं हुई है। इसके बाद उसने कोर्ट की मदद ली। जिसके बाद पुलिस आज मंगलवार को सभी आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
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