मदर एथीना स्कूल में ‘संस्कृत दिवस’ के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन
मदर एथीना स्कूल में ‘संस्कृत दिवस’ के शुभ अवसर पर कक्षा-8 के विद्यार्थियों ने पंचतंत्र की कथा ‘कण्टकेनैव कण्टकम्’ नाटक को बहुत ही ज्ञानवर्धक एवं प्रेरणादायक स्वरूप में प्रस्तुत किया गया। इस नाटक में यह बताया गया कि अगर कोई हमारे प्राणों की रक्षा करता है तो हमें उसे धोखा नहीं देना चाहिए क्योंकि स्वार्थी बनने पर जान भी गँवानी पड़ सकती है। कक्षा-7 के विद्यार्थियों ने लोक-कल्याण की भावना हेतु ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः’ श्लोक का गायन किया। ‘काकः चेष्टा बको ध्यानं’ श्लोक के माध्यम से विद्यार्थियों को एक अच्छे विद्यार्थी बनने के पाँच प्रमुख लक्षण बताए गए। इसके अतिरिक्त प्रार्थना-सभा में संस्कृत शिक्षिका श्रीमती रश्मि रस्तोगी द्वारा संस्कृत भाषा का जीवन में महŸव एवं सार्थकता बताते हुए अभिभाषण प्रस्तुत किया गया।
विद्यालय की निदेशिका चयनिका सारस्वत ने बताया कि ‘संस्कृत’ को सबसे प्राचीनतम तथा वैज्ञानिक भाषा होने का गौरव प्राप्त है। अतएव अन्य भाषाओं के साथ-साथ संस्कृत भाषा का ज्ञान होना भी परमावश्यक है। संस्कृत भाषा हमारे स्वभाव को सहज, सरल तथा सौम्य बनाने में भी अपना योगदान देती है।